एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने मकान निर्माण हेतु नक्शा पास करने और एनओसी देने के लिए प्रार्थी से 18 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। आज रिश्वत लेते हुए दोनों को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
रायपुर, 05 अगस्त । एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 18 हजार रुपए की रिश्वत लेते सरपंच व सचिव को गिरफ्तार किया है। दोनों ने बैंक लोन हेतु पंचायत से एनओसी और नक्शा देने के लिए प्रार्थी से रिश्वत की मांग की थी। जिन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी लोकेश कुमार बघेल संतोषी नगर रायपुर का रहने वाला है। उसने एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर कार्यालय में शिकायत देते हुए बताया था कि ग्राम डोमा तहसील व जिला बिलासपुर में उसकी जमीन है। जिस पर आवास बनाने के लिए बैंक लोन हेतु पंचायत से एनओसी वी नक्शा की आवश्यकता थी। इसलिए प्रार्थी ने ग्राम पंचायत डोमा के सचिव धर्मेंद्र कुमार साहू से संपर्क किया तो पंचायत सचिव ने प्रार्थी को आवेदन व अन्य दस्तावेज कार्यालय में जमा करने कहा साथ ही 18 हजार रुपए रिश्वत कीमांग की।
प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था इसलिए उसने एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर में इसकी शिकायत की। शिकायत के सत्यापन के पश्चात आज 5 अगस्त को ट्रैप आयोजित कर प्रार्थी को आरोपी पंचायत सचिव धर्मेंद्र कुमार साहू के पास उसके कार्यालय में भेजा। किंतु आरोपी धर्मेंद्र कुमार साहू ने स्वयं रिश्वत न लेते हुए अपने ही कक्ष में उपस्थित ग्राम डोमा के सरपंच देव सिंह बघेल को रिश्वती रकम 18 हजार रुपए देने को कहा। प्रार्थी ने रुपए सरपंच बघेल को दे दिए।
इसके बाद एसीबी की टीम ने आरोपी धर्मेंद्र कुमार साहू पंचायत सचिव और सरपंच देव सिंह बघेल ग्राम पंचायत डोमा को 18 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया आरोपियों के विरुद्ध धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
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