बिलाईगढ़,25 जुलाई। बिलाईगढ़ अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) कार्यालय के सामनें ग्राम पंचायत कोदवा के सरपँच दिव्या रत्नाकर अपने पति लहाराम के साथ बुधवार को आमरण अनशन पर बैठ गई और प्रदर्शन करने लगी। सरपंच का आरोप है कि एसडीएम के द्वारा तालाब के किनारे लगे पेड़ को काटने का आरोप डालकर उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया है। इसके बाद वे बिलासपुर सम्भाग आयुक्त के पास पहुंचीं, जहां उन्हें स्टे ऑर्डर दे दिया गया। लेकिन उक्त कमिश्नर के आदेश का पालन अब बिलाईगढ़ अनुविभागीय अधिकारी पालन नहीं कर रही हैं, जिससे वे छुब्ध होकर आमरण अनशन पर बैठ गये। अनशन में बैठे सरपंच प्रतिनिधि ने अनुविभागीय अधिकारी पर 5 लाख रुपये की घूस माँगने का भी गम्भीर आरोप लगाया और बताया कि उन्हें पहले ही पैसा नहीं देने पर गम्भीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी, और उसी वजह से आज सरपँच गंभीर परिणाम भुगत रही है।
वहीं दूसरी ओर बिलाईगढ़ अनुविभागीय अधिकारी को फोन के माध्यम से बातचीत कर मामलें की जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि उस पर लगाए गये आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं, उन्होंने सरपँच के पास कोई पैसा भी नहीं माँगा। बल्कि ग्रामीणों की शिकायत पर फरवरी माह में उनके द्वारा कलेक्टर के निर्देश पर कोदवा पंचायत का निरीक्षण किया गया, जहां सरपँच द्वारा शासकीय तालाब के पार को काटकर मिट्टी को निजी भूमि में डंप करना पाया गया साथ ही पेड़ो की कटाई करना भी पाया गया। जिसके बाद ही सरपँच को पंचायतीराज अधिनियम के तहत कार्रवाई करते निलंबित किया गया है।
बहरहाल अब यह मामला तूल पकड़ता दिख रहा हैं, ऐसे में मामलें का जाँच होना आवश्यक है जिससे सच्चाई सामने आ सकें।
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