कोरबा,10 जुलाई। जिला खनिज संस्थान न्यास निधि मद से कोरबा जिले के दीपका में माइनिंग कालेज की स्थापना की मांग करते हुए ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति की ओर से सांसद और क्षेत्रीय सांसद ज्योत्स्ना महंत और विधायक प्रेमचंद पटेल को पत्र लिखा गया है इससे पूर्व कलेक्टर , मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन दिया गया है ।
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपूरन कुलदीप ने अपने पत्र में मांग करते हुए बताया है कि कोरबा जिला में एसईसीएल की संचालित कोरबा कोलफील्ड्स (कोरबा, गेवरा, दीपका और कुसमुंडा क्षेत्र) कोल इण्डिया की सबसे अधिक कोयला उत्पादन करने वाला क्षेत्र है । लगभग 60 सालों से कोरबा जिले से कोयला का रिकार्ड उत्पादन हो रहा है और एस ई सी एल की दो राज्यों में फैले कुल 13 क्षेत्रों में से कोरबा कोलफील्ड्स के 4 क्षेत्र में ही सर्वाधिक उत्पादन होता है। एसईसीएल में विगत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 167.01 मिलयन टन का उत्पादन हुआ है जिससे 33321.84 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्ति हुयी है जिससे सरकारी खजाने में 14,450 करोड़ रूपये का योगदान दिया गया है, जबकि सम्पूर्ण एस ई सी एल की कुल उत्पादन की तुलना में कोरबा कोलफील्ड्स का उत्पादन का योगदान 135.27 मिलियन टन का रहा है 7 कोरबा जिले के चारों क्षेत्रों में कुल 12 खदाने संचालित है और इन खदानों के लिए हजारों किसानो की भूमि अर्जित किया गया है किन्तु जमीन खोने वाले परिवारों को उनका वाजिब अधिकार, मुलभुत सुविधायें तक नसीब नहीं हो रहा है कोरबा जिला में उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करने की योजना पर अब तक सार्थक पहल नहीं होने से यहाँ के विद्यार्थियों को अन्य जिलों अथवा राज्यों में पलायन करना पड़ता है। यहाँ तक की इतनी बड़ी- बड़ी कोयला खदान होने के बावजूद माइनिंग कालेज तक नहीं है यही कारण है कोयला खदान में रोजगार के अवसर होने पर भी यहाँ के लोंगो को लाभ नहीं मिल पाता। जिला खनिज संस्थान न्यास निधि का गठन होने के बाद सही क्रियान्वयन भी नही हो रहा है उसमे माइनिंग कालेज की स्थापना की मांग आरम्भ से हो रही है। अत: आपसे अनुरोध है कि कोरबा जिले में माइनिंग कालेज की स्थापना कर पढाई आरम्भ किया जाए और इस कालेज में जिले के भूविस्थापितों के बच्चो को विशेष आरक्षण और मुफ्त शिक्षा प्रदान किया जाए । जिससे कोरबा जिले के बच्चो को भी सुविधा मिलने पर आसानी से माइनिंग क्षेत्र में जाने का अवसर प्राप्त हो । कुलदीप ने कहा है कि कोरबा जिले में माइनिंग कालेज की मांग वर्षो पुरानी है, एशिया में सबसे ज्यादा कोयला उत्पादन करने वाली खदान होने के बावजूद जिले वासियो को लाभ नही मिल रहा है इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री ,कलेक्टर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से मांग किया जा चुका है आवश्यकता होने पर जन आंदोलन शुरू किया जाएगा ताकि कोरबा वासियों को इसका लाभ मिल सके ।
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