0.जैन संवेदना ट्रस्ट ने दी श्रद्धांजलि
रायपुर,26 जून। आचार्य मणिप्रभसूरीश्वर की आज्ञानुवर्तिनी सज्जन श्रीजी की सुशिष्या बंगदेश उद्धारिका शशिप्रभा श्रीजी का बुधवार प्रातः 5:30 बजे सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है। यह दुखद घटना बंगाल के पांशकुड़ा, कोलाघाट में हुई, जो खड़गपुर से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। इस सूचना से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है।
शशिप्रभा श्रीजी ने छत्तीसगढ़ में विचरण कर जैन धर्म की प्रभावना की। वर्ष 2000 में रायपुर में उनका साध्वी समुदाय के साथ प्रभावक चातुर्मास हुआ था। प्राप्त समाचार के अनुसार, गुरुवर्या की डोल यात्रा एवं अंतिम संस्कार 27 जून प्रातः 9 बजे खड़गपुर में किया जाएगा। गुरूवर्या की सुशिष्या वरिष्ठ साध्वी सम्यग्दर्शना आदि ठाणा खड़गपुर में विराजमान हैं।
दुर्घटना में छोटी साध्वी व व्हील चेयर चलाने वाली गिरिजा बहन को काफी चोट आई है, जिनका अभी C.M.R.I. हॉस्पिटल, कोलकाता में उपचार चल रहा है और वे I.C.U. में भर्ती हैं।
जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर और विजय चोपड़ा ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शशिप्रभाश्रीजी म सा का सड़क दुर्घटना में पांसकुड़ा, कोलाघाट के पास देवलोक होना जिनशासन व गच्छ के लिए बहुत बड़ी क्षति है, जिसकी पूर्ति करना संभव ही नहीं है। 67 वर्ष के संयम जीवन में आपने सदा गच्छ के लिए अपने आत्मा कल्याण के लिए निरंतर जप तप में लीन रहते थे। आज खरतरगच्छ के लिए यह बहुत ही दुखद घटना है। परमात्मा और दादा गुरुदेव से प्रार्थना करते हैं कि आपकी आत्मा मोक्षगामी बने।
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