60 की उम्र के बाद SBI-PNB समेत कई बैंक देंगे आपको हर महीने पेंशन! जानिए स्कीम के बारे में सबकुछ

अगर आप प्राइवेट एम्प्लॉई हैं और आपको फ्यूचर के लिए पेंशन की चिंता है तो अब आपको टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है. आज हम आपको बैंकों की एक खास स्कीम के बारे में बताने जा रहे है.

किसी शख्स की जैसे जैसे उम्र बढ़ने लगती है वैसे-वैसे काम करने की क्षमता कम होती चली जाती. ऐसे में प्राइवेट नौकरी करने वालों के सामने घर चलाने की परेशानियां खड़ी हो जाती है. क्योंकि घर चलाने के लिए पैसा चाहिए औऱ उम्र के उस पड़ाव पर पैसा कमाने की ताकत नहीं रह जाती है. ऐसे में आपकी जीवनभर की पूंजी काम आ सकती है. जी हां…अगर आसान शब्दों में कहें तो एक मिडिल क्लास नौकरीपेशा घर खरीदने में अपनी सारी जमा पूंजी लगा देता है. इसके बाद उसके पास रिटायरमेंट के बाद आमदनी का कोई सॉर्स नहीं रह जाता है. इसीलिए आज हम आपको एक खास स्कीम के बारे में बता रहे है. इस स्कीम के जरिए बैंक आपके घर के बदले आपको पेंशन देंगे

कैसे मिलेगी जिदंगीभर पेंशन- इस स्कीम को रिवर्स मॉर्गेज लोन (Reverse Mortgage Loan) कहते हैं. भारत में इस लोन को बहुत कम लोग लेते हैं. कई सीनियर सिटीजंस को इस स्कीम के बारे में जानकारी नहीं होती या फिर उनके परिवार के लोग उनका खर्च चलाते हैं जिससे सीनियर सिटीजन्स को ऐसे लोन की जरूरत ही नहीं पड़ती.

इसे अच्छे तरीके से समझने के लिए चलिए हम होम लोन का सहारा लेते हैं. होम लोन में हमें घर के सारे दास्तावेज जमा करने पर लोन मिल जाता है. फिर उस लोन को चुकाने के लिए महीने की किस्त भरते रहते हैं. जिसे ईएमआई कहते हैं.

अगर आसान शब्दों में कहें तो एक मुश्त रकम मिल गई. फिर उसे किश्तों में भरते रहते हैं. अब रिवर्स मॉर्गेज लोन में होता यह है कि बैंक आपका घर गिरवी रख लेते हैं. फिर हर महीने बैंक आपको पैसे देते रहते हैं. आवेदक की जब मृत्यु हो जाती है तो ये घर बैंक का हो जाता है.

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यह सही है कि यह कार लोन, पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन से अलग है. इस लोन को पाने के लिए ही 60 साल से अधिक की उम्र होना जरूरी है. वहीं महिलाओं के लिए 58 साल की उम्र होना आवश्यक है.

इस स्कीम के तहत मालिक को बैंक को पैसा वापस नहीं करना होता है. बैंक आपके घर को गिरवी रखने के हर महीने पैसा देता रहता है. इस स्कीम के तहत बैंक 60 साल की उम्र से अधिक लोगों को ही लोन देता है.

कुछ बैंक हैं जो 72 साल की उम्र पार करने पर ये लोन नहीं देते. यह लोन 15 साल तक के लिए ही मिलता है. यदि पति-पत्नी दोनों लोग इस लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो पति की उम्र 60 साल और पत्नी की उम्र 58 साल होना जरूरी है.

आपको हर महीने कितना पैसा मिलेगा, यह घर की कीमत पर निर्भर करता है. घर की कीमत पर 60 फीसदी लोन मिल सकता है. इसके साथ ही मालिक अपने घर पर रह सकता है. रिवर्स मॉर्गेज स्कीम के तहत अपना घर गिरवी रखने वाले व्यक्ति की मृत्यु के बाद घर बैंक का हो जाता है. अब यदि उस व्यक्ति के परिजन घर लेना चाहें तो घर की कीमत देकर घर को खरीदा जा सकता है.

यह लोन उन सीनियर सिटीजन्स के लिए उपयोगी है, जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है. परिवार में उनके बच्चे उनसे अलग रहते हैं. साथ ही खर्च करने के लिए पैसे भी नहीं देते. या फिर आप सिंगल हैं आपने कोई पेंशन स्कीम भी नहीं ली है. ऐसे में अगर कोई सीनियर सिटीजंस बेसहारा हो जाये तो उसके लिए रिवर्स मॉर्गेज लोन किसी संजीवनी से कम नहीं है.