NEET और NET सहित अन्य परीक्षाओं में अनियमितता को लेकर छात्रों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में गिने जाने वाले BHU के छात्रों ने भी NTA के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि ऐसी संस्था के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिसके द्वारा इतनी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. छात्रों द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कड़ी मेहनत की जाती है, अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए वह परीक्षा देते हैं. लेकिन अगर परीक्षा में ऐसी गड़बड़ियां सामने आती है तो इससे छात्रों का भविष्य संकट में होगा.
BHU के ABVP इकाई से जुड़े भास्कर त्रिपाठी ने बातचीत के दौरान कहा कि देश की इतनी बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में होने वाली अनियमितता विचलित करने वाली है. NTA की ऐसी लापरवाही को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. ऐसी संस्थाओं के खिलाफ सरकार को कड़ा रुख अपनाते हुए तत्काल कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. NEET और NET परीक्षाओं के लिए खास तौर पर छात्र कड़ी मेहनत करते हैं और इन परीक्षाओं में अगर लापरवाही, गड़बड़ियां सामने आती है.
निश्चित तौर पर इससे छात्रों के मनोबल पर गहरा प्रभाव पड़ेगा. हम सभी इससे बेहद निराश और दुखी हैं. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एबीवीपी छात्रों ने अपना विरोध जताते हुए NTA का पुतला फूंका है. हमारी सरकार से मांग है कि छात्र हित को ध्यान में रखते हुए इस मामले में जो लोग भी जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
वहीं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से जुड़े NSUI के छात्रों ने भी सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए एक अलग ही तरीके से अपना विरोध जताया. दर्जनों की संख्या में छात्रों ने इकट्ठा होकर अपना शैक्षणिक योग्यता से जुड़ा प्रमाण पत्र जलाया. साथी ही जूता पालिश करके अपनी नाराजगी भी जताई. इन छात्रों ने केंद्र सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ-साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा भी मांगा.
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