नई दिल्ली । मोदी 3.0 सरकार में सौंपे गए नए मंत्रिमंडल में अपना नाम फिर से शामिल किए जाने के बाद डॉ एस जयशंकर ने मंगलवार को विदेश मंत्रालय का पदभार फिर से संभाला। जैसे ही उन्होंने एक बार फिर कुर्सी संभाली, उन्होंने पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधित संबंधों पर जोर दिया।
जयशंकर के मुताबिक देशों के रिश्ते अलग-अलग हैं और समस्याएं भी अलग-अलग हैं।
मंत्री ने कहा कि चीन के मामले में दोनों देशों को सीमा मुद्दे का समाधान खोजने की जरूरत है, जबकि पाकिस्तान के लिए भारत को वर्षों पुराने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे का समाधान चाहिए।
जयशंकर ने कहा, “किसी भी देश में और विशेष रूप से लोकतंत्र में, किसी सरकार का लगातार तीन बार निर्वाचित होना बहुत बड़ी बात है। इसलिए दुनिया निश्चित रूप से महसूस करेगी कि आज भारत में काफी राजनीतिक स्थिरता है।”
उन्होंने आगे कहा, “अगले पांच वर्षों में चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों के बारे में पूछा जा रहा है। जहां तक पाकिस्तान और चीन की बात है तो उन देशों के रिश्ते भी अलग हैं और वहां की समस्याएं भी अलग हैं। चीन के संबंध में हमारा ध्यान सीमा मुद्दों का समाधान खोजने पर होगा और पाकिस्तान के साथ हम वर्षों पुराने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे का समाधान ढूंढना चाहेंगे।”
[metaslider id="347522"]