मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कोर्ट ने रिश्वतखोरी के मामले में 4 साल बाद फैसला सुनाया है। रिश्वतखोर रोजगार सहायक को 3 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। EOW ने आरोपी को 8 हजार की घूस लेते रंगे हाथों दबोचा था।
दरअसल, मामला साल 2021 का है। फरियादी राजकुमार परिहार ने दुर्घटना क्लेम की राशि के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन दिया था। रोजगार सहायक रामकुमार कोली ने इसके एवज में 8 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद 08 अक्टूबर 2021 को EOW ग्वालियर ने उसे रिश्वत लेते ट्रेप किया था।
रोजगार सहायक पर EOW ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। EOW की ओर से विशेष न्यायालय शिवपुरी में अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया था। सुनवाई के बाद कोर्ट ने आरोपी रामकुमार कोली को दोषी पाते हुए 3 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 05 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।