आजकल बढ़ती टेक्नोलॉजी और सुविधा के चलते हर कोई एडवांस होने लगा है। पैसे भेजने से लेकर सामान खरीदने तक गांव से लेकर शहर तक लोग यूपीआई के जरिए पेमेंट कर रहे हैं। लेकिन क्या आपके पता है इस तकनीक से आप ठगी का भी शिकार हो सकते हैं।
UPI स्कैम में लोगों को गुमराह और पैसों का लालच देकर जाल में फंसाने की कोशिश की जाती है। इसके अलावा कई बार जालसाज फेक ऐप्स भी लोगों के फोन में इंस्टॉल कर डिवाइस का एक्सेस ले लेते हैं और फिर चाल चलते हुए बैंक अकाउंट से पैसे पार कर लेते हैं। स्कैमर्स पहले तो फेक वेबसाइट, ईमेल आईडी और फर्जी SMS भेजते हैं और फिर जैसे ही कोई भी यूजर इस लिंक पर क्लिक कर लालच में फंसकर UPI पिन, ओटीपी या फिर पासवर्ड डालने की गलती करता है तो इसी बात का स्कैमर्स फायदा उठाते हैं और तुरंत बैंक अकाउंट से पैसे पार कर लेते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान –
- स्कैम जैसी घटना से खुद को सेफ रखने के लिए हमेशा सूझबूझ से कदम उठाएं और अलर्ट मोड में रहें।
- यूपीआई पिन, पासवर्ड या ओटीपी किसी अनजान व्यक्ति के साथ भूल से शेयर न करें।
- किसी वेबसाइट पर अगर आप अपनी बैंक डिटेल्स शेयर कर रहे हैं तो जल्दबाजी न करें और सबसे पहले वेबसाइट का URL वेरिफाई करें।
- किसी प्रकार के ऑफर के लालच में न आएं और किसी अनजान व्यक्ति से पेमेंट रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करने की गलती न करें।
- डिवाइस में एंटी वायरस/एंटी मालवेयर सॉफ्टवेयर को हमेशा इंस्टॉल रखें। ये ऐप्स आप लोगों को खतरनाक लिंक से बचाने और फेक या वायरस से लैस ऐप्स की पहचान कर उन्हें ब्लॉक करने में मदद करेगा।
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