बिलासपुर, 10 अप्रैल – ग्राम घुटकू के मां महामाया मंदिर में शुभ मुहुर्त में हुआ घट स्थापना एवं ज्योति प्रज्जवलन
बिलासपुर नगर के ग्राम घुटकू के प्राचीन मां महामाया मंदिर मेे चैत्र नवरात्र पर्व पर श्रद्धालु भक्त गणो के द्वारा मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किया गया है। मां महामाया के इस दरबार में विदेशों से लोग ज्योति प्रज्जवलित करवाते है।
प्रतिवर्ष दोनो नवरात्रि पर्व बडी धुमधाम से मनाई जाती है। इस वर्ष भी पर्व को उत्साहपूर्ण मनाया जा रहा है घुटकू महामाया मंदिर मे मनोकामना ज्योति कलश 311 एवं घृत ज्योति 18 तथा अजीवन दीप श्रद्धालुाओं भक्तो के सहयोग से प्रज्वलित हुआ है। घुटकू में नवरात्रि प्रारंभ होने से मंदिर में भक्तों के कलश दीप प्रज्वलित किए गए साथ ही भक्तों ने 9 दिन का उपवास भी रखा भक्तों द्वारा वांछित फल प्राप्ति हेतु नवदुर्गा पूजा के साथ ही रात्रिकालीन माता जगरात भजन कीर्तन प्रारंभ हुई।
मंदिरों और तालाबों का यह ग्राम मां महामाया के नाम से विख्यात है। देवी महामाया को कोशलेश्वरी के रूप में भी जाना जाता है, जो पुराने दक्षिण कोशल क्षेत्र (वर्तमान छत्तीसगढ राज्य) की अधिष्ठात्री देवी हैं। न्यायधानी बिलासपुर से तकरीबन 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित आदिशक्ति मां महामाया देवी की पवित्र पौराणिक ग्राम घुटकू का इतिहास प्राचीन एवं गौरवशाली है। नवरात्रि पर्व पर यहां लोग दूर दूर से दर्शन करने आते है। मंदिर पूजारी पं. श्री अंकित गौरहा द्वारा बताया गया कि हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। एक वर्ष में कुल चार नवरात्रि आती है, पहला चैत्र नवरात्रि, दूसरा शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि आरंभ हो जाती है। चैत्र नवरात्रि के शुभारंभ होने के साथ ही नया हिंदू वर्ष भी आरंभ होता है। चैत्र नवरात्रि पर लगातार 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना और मंत्रोचार किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि पर देवी दुर्गा पृथ्वी लोक आती है और अपने सभी भक्तों की हर एक मनोकामना को पूर्ण करती हैं। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व 09 अप्रैल,मंगलवार से शुरू हो रहे हैं और समापन 17 अप्रैल को राम नवमी पर होगा। नवरात्र पर्व पर श्रद्धालुओ को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिये संस्थान अध्यक्ष मुकेश पाठक कोषाध्यक्ष किशोर पटेल सचिव रवि सोनी सहसचिव भोजराज पटेल संरक्षक सदस्य कृष्णा सोनी नंदकुमार यादव मन्नू धीवर विनोद यादव राकेश केंवट सुनिल केंवट सेवकों का भरपूर सहयोग कर रहें। उक्त जानकारी मंदिर सहसचिव भोजराज पटेल द्वारा दिया गया।
[metaslider id="347522"]