कोरबा जिले के रामपुर शराब दुकान के पास 108 संजीवनी एक्सप्रेस का स्टीयरिंग रॉड टूटकर अलग हो गया। इसके बाद एंबुलेंस अनियंत्रित हो गई। गनीमत ये रही कि मरीज को कुछ नहीं हुआ। बाद में मरीज को दूसरी एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा ले जाया गया। मामला बालको थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, रामपुर बस्ती में एक परिवार रहता है। इस परिवार में बुजुर्ग महिला की तबियत बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं थी। उसे अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों ने डायल 108 संजीवनी एक्सप्रेस को सूचना दी। कंट्रोल रूम से सूचना मिलने पर ईएमटी टिकेश्वर के साथ पायलट नरेश कुमार संजीवनी एक्सप्रेस क्रमांक सीजी 04 एनसी 7389 लेकर रवाना हो गए।
एंबुलेंस के अनियंत्रित होने से घबराए मरीज और परिजन
उन्होंने रामपुर से मरीज और उसके परिजन को लिया और जिला अस्पताल के लिए रवाना हुए। तभी तानसेन चौक से बालको की ओर जाने वाले मार्ग पर रामपुर शराब दुकान के पास एंबुलेंस का स्टीयरिंग रॉड टूटकर अलग हो गया। इससे एंबुलेंस अनियंत्रित हो गई। किसी तरह चालक ने सड़क किनारे पहुंचने के बाद एंबुलेंस को कंट्रोल करने में सफलता पाई। इस बीच मरीज और उसके परिजन घबरा गए। उन्होंने सड़क किनारे एंबुलेंस के रुकने पर राहत की सांस ली।
करीब 18 घंटे तक गाड़ी मुख्यमार्ग के किनारे ब्रेक डाउन हालत में खड़ी रही।
18 घंटे तक सड़क पर खड़ी रही एंबुलेंस
इधर मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। मरीज को दूसरी एंबुलेंस से जिला अस्पताल रवाना किया गया। बताया जा रहा है कि संजीवनी एक्सप्रेस के मेंटेनेंस के लिए एक नामी कंपनी से अनुबंध किया गया है। प्रबंधन की ओर से एंबुलेंस में खराबी आने पर कंपनी को सूचना दी जाती है। बालको मार्ग पर एंबुलेंस के खराब होने की जानकारी दी गई, लेकिन कंपनी का कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा। इससे करीब 18 घंटे तक गाड़ी मुख्यमार्ग के किनारे ब्रेक डाउन हालत में खड़ी रही।
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