केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि केरल में नागरिकता अधिनियम (CAA) लागू नहीं किया जाएगा. केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कांग्रेस पर सीएए के खिलाफ संयुक्त मोर्चे से हटने का आरोप लगाया. विजयन ने सीएए अधिसूचना पर राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाए.
इसके पहले सीएम ममता बनर्जी ने भी सीएए का विरोध किया और कहा कि पश्चिम बंगाल में इसे लागू नहीं किया जा सकता है. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कह दिया है कि कोई कुछ भी कर ले सीएए कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना हमारा संप्रभु अधिकार है हम इस पर कभी समझौता नहीं करेंगे.
गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी नेताओं पर ”तुष्टीकरण की राजनीति” करने का आरोप लगाया। शाह ने विपक्ष से सवाल करते हुए पूछा, क्या उनके पास यह अधिकार है कि वो इसे लागू करने से इनकार कर सकते हैं? वे यह भी समझते हैं कि उनके पास अधिकार नहीं हैं. हमारे संविधान में नागरिकता के संबंध में कानून बनाने का अधिकार केवल संसद को दिया गया है. यह एक केंद्रीय विषय है, राज्य का नहीं.
यह अधिनियम पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए अल्पसंख्यक धार्मिक समुदायों (हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई) के लोगों को भारतीय नागरिकता का आसान रास्ता प्रदान करता है.
[metaslider id="347522"]