नईदिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) प्रमुख एस सोमनाथ कैंसर से जूझ रहे हैं। सोमनाथ ने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में बताया कि चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग (23 अगस्त) के समय वह शारीरिक परेशानियों से जूझ रहे थे।इसके बाद वे आदित्य-L1 की लॉन्चिंग (2 सितंबर) के दिन रूटीन चैकअप के गए तो स्कैनिंग के दौरान पता चला कि उनके पेट में कैंसर कोशिकाओं में अनियमित ग्रोथ हो रही है। इसके बाद अधिक जांच और इलाज के लिए वो चेन्नई गए। यहां उन्हें पता चला कि यह बीमारी उन्हें जेनेटिकली मिली है। उन्हें पेट का कैंसर हुआ था।
सोमनाथ ने कहा कि इससे वे और उनका परिवार दोनों ही परेशान हो गए थे। अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘यह मेरे परिवार के लिए एक झटका था। लेकिन अब मैं कैंसर और इसके इलाज को एक समाधान मानता हूं।’
सोमनाथ ने कहा कि ट्रीटमेंट होने के बाद वो ठीक हैं। फिलहाल दवाइयां फिलहाल चल रही हैं। लेकिन इस दौरान उनके परिवार और साथियों ने बहुत सपोर्ट किया। सोमनाथ ने बताया कि उन्हें पता है कि इसके इलाज में काफी समय लगेगा।सोमनाथ ने कहा कि यह एक लंबी प्रक्रिया है। लेकिन यह जंग में लडूंगा। काफी ज्यादा रिकवरी हो गई है। मैं सिर्फ चार दिन अस्पताल में था। फिर अपना काम पूरा किया। बिना किसी दर्द के मैं इसरो में पांचवें दिन से काम करने लगा था। सोमनाथ ने बताया कि मैं लगातार मेडिकल चेकअप्स और स्कैन करवा रहा हूं। लेकिन अब मैं पूरी तरह से ठीक हो चुका हूं। अपना काम और इसरो के मिशन और लॉन्च को पर पूरा ध्यान है। इसरो के आगे के सारे मिशन पूरा करके ही दम लूंगा।
जानकारी के मुताबिक, इसरो चीफ चार दिन अस्पताल में रहे, पांचवें दिन ऑफिस जॉइन कर लिया। उनके रेग्युलर चैकअप और स्कैन चलते रहेंगे। आपको बता दें कि एस सोमनाथ के कार्यकाल में ISRO ने इतिहास रचा। भारतीय अंतरिक्ष संस्थान ने न केवल चांद के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक चंद्रयान-3 की लैंडिंग कराई, बल्कि धरती से 15 लाख किमी दूर स्थित लैगरेंज पॉइंट पर सूर्य के अध्ययन के लिए आदित्य-L1 लॉन्च किया।
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