ऊना,13 जनवरी I ऊना मुख्यालय से करीब चार किलोमीटर दूर बसोली गांव में नकली दवाओं के बड़े स्तर पर कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। नकली दवा कारोबार के मुख्य सरगना के गुरुवार रात एक स्टिंग आपरेशन में हुए खुलासों के बाद ऊना पुलिस व दवा निरीक्षक की संयुक्त टीम ने बसोली में कुछ स्थानों पर दबिश दी। यहां पर बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित दवाइयों सहित अन्य दवाइयों की खैप बरामद हुई है। वहीं कथित नकली दवाओं पर लगाए जाने वाले रैपरों के भी रोल बड़ी संख्या में मिले है। नकली दवाओं के इस कारोबार का मुख्य सरगना मौके से फरार है। शुक्रवार को ऊना पुलिस व ड्रग निरीक्षक पर आधारित एक संयुक्त टीम ने बसोली गांव में नकली दवा कारोबार में संलिप्त सरगना के ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान टीम को बड़ी संख्या में दवाइयों की खैप बरामद हुई है।
आरोपी ने बड़ी संख्या में दवाओं के स्टाक को नष्ट करने का प्रयास किया है। पुलिस ने एक मकान का ताला तोडक़र वहां पर तलाशी ली है। इसके साथ बने पक्के टैंक से भी दवाओं के रैपर के दस रोल बरामद हुए है। इस पर दवाओं के नाम, साल्ट व एमआरपी भी प्रिंटड है। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष ने कहा कि बसोली में नकली दवा प्रकरण में विभाग ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की है, जो कि पूरे प्रकरण की जांच करेगी। इस मामले में जो भी नियमों की उल्लंघना पाई जाएगी,उस पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नकली दवाओं के कारोबार का मुख्य सरगना मूलत:उत्तर प्रदेश का निवासी है और करीब 25 साल से बसोली गांव में रह रहा था। काफी समय तक वह यहां पर आयुर्वेद चिक्तिसक के रूप में भी प्रेक्टिस करता रहा,वहीं अभी वह गांव में ही एक निजी स्कूल का भी संचालन कर रहा था। पुलिस को आरोपी के घर उसकी पत्नि व छोटा बेटा मिले है,जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने मैहतपुर में भी एक जगह पर दबिश देकर जांच को आगे बढ़ाया है।
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