राम मंदिर पर नहीं होगा भूकंप का असर : भिलाई स्टील प्लांट के लोहे से बन रहा स्ट्रक्चर, 1100 टन सरिया भेजा गया अयोध्या

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण के लिए भिलाई स्टील प्लांट ने 1100 टन सरिया भेजा है। मंदिर के स्ट्रक्चर में सरिया का इस्तेमाल होगा। बीएसपी प्रबंधन के मुताबिक इससे श्रीराम मंदिर को न सिर्फ मजबूती मिलेगी, बल्कि स्ट्रक्चर को भूकंपरोधी बनाया जा सकेगा।

इससे पहले भी बीएसपी के लोहे का उपयोग पूरे देश के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स में किया गया है। सरिए का इस्तेमाल परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं, पुलों, राजमार्गों, फ्लाईओवरों, सुरंगों, बांधों, थर्मल, ऊंची इमारतों, बांद्रा वर्ली सी-लिंक ब्रिज, सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, आगरा एक्सप्रेस-वे में किया जा चुका है।

विशेष तकनीक से बनाई जाती है भूकंपरोधी सरिया।

विशेष तकनीक से बनाई जाती है भूकंपरोधी सरिया।

सेल अलग अलग प्लांटों से की गई है सरिया की सप्लाई

जो 1100 टन सरिया भेजा गया है। उसमें 550 डी ग्रेड के 12 मिमी व्यास वाले करीब 120 टन टीएमटी बार और मर्चेंट मिल में उत्पादित समान ग्रेड वाले 32 मिमी व्यास के करीब 65 टन टीएमटी बार शामिल हैं।सेल से मिली जानकारी के मुताबिक राम मंदिर परियोजना के लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की तमाम इकाइयों ने मिलकर अब तक लगभग 3500 टन सरिया की आपूर्ति की है।

भारत के हर बड़े प्रोजेक्ट में लगा है बीएसपी का सरिया।

भारत के हर बड़े प्रोजेक्ट में लगा है बीएसपी का सरिया।

बीएसपी की मोडेक्स इकाई, बार एंड रॉड मिल में इसका उत्पादन किया गया है। ये स्थाई यांत्रिक गुणों और आईएस-1786 मानदंडों के मुताबिक उत्पादित अच्छी वेल्डेबिलिटी के उत्पाद हैं। इसे कम प्रयास से मोड़ा जा सकता है। यह सरिया लंबे समय तक कांक्रीट कवर की रक्षा करती है।

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