गाजियाबाद. लोकसभा चुनाव के पहले एक और शहर के नाम बदलने को लेकर हरी झंडी दे दी गई है। दरअसल, नगर निगम की बोर्ड बैठक में गाजियाबाद के नाम बदलने का प्रस्ताव हुआ पास कर दिया गया है। अब इस शहर का नाम हरनंदी नगर, गजप्रस्थ, दूधेश्वर नगर में किसी एक के नाम पर रखा जा सकता है।
बता दें कि बीजेपी के तमाम कार्यकर्ता और नेता गाजियाबाद जिले का नाम बदलने को लेकर मांग कर रहे थे। नगर निगम की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास होते ही सभी निगम पार्षदों ने खड़े होकर तालिया बजाई। वहीं गाजियाबाद की नगर निगम की मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि इस प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास भेजा गया है और मुख्यमंत्री ही इस पर विचार करेंगे।
इन तीनों नामों में से रखा जाएगा नाम!
नाम बदलने का प्रस्ताव पास हो गया है, लेकिन अभी नाम क्या रखा जाएगा इस पर चर्चा जारी है। नाम बदलने के लिए गजनगर, हरनंदीनगर और दूधेश्वर नगर के नाम सामने आए हैं, जिनमें से एक नाम पर फैसला लेना बाकी है। नाम पर निर्णय उत्तर प्रदेश सरकार लेगी।
14 नवंबर 1976 से पहले गाजियाबाद जिला मेरठ की तहसील थी
जानने योग्य है कि 14 नवंबर 1976 से पहले गाजियाबाद जिला मेरठ की तहसील थी। 14 नवंबर 1976 गाजियाबाद को जिला के रूप में घोषित किया गया। गाजियाबाद की सरकारी वेबसाइट के अनुसार 1740 में इस जगह की स्थापना गाज़ी-उद-दीन द्वारा की गई थी, जिन्होंने इसे गाजीउद्दीननगर कहा था। रेलवे लाइन खुलने के बाद जगह का नाम छोटा कर गाजियाबाद कर दिया गया।
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