रायपुर,22 दिसंबर। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर स्थित पुराने सभागृह में निश्चेतना विभाग द्वारा इण्डियन कॉलेज ऑफ एनेस्थेसियोलॉजी के संयुक्त तत्वावधान में ऑब्स्टेट्रिक एनेस्थीसिया पर राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के निश्चेतना विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. प्रतिभा जैन शाह ने बताया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य था- सामान्य तथा विभिन्न बीमारियों से ग्रसित गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित शल्य क्रिया (सीजेरियन सेक्शन) करवा कर बच्चे को सुरक्षित गर्भ से बाहर निकालना। इस प्रक्रिया के दौरान एक निश्चेतना विशेषज्ञ को क्या-क्या विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए? कौन-सी निश्चेतक दवाइयां कितनी मात्रा में देनी चाहिए?, इस संबंध में उपलब्ध नवीनतम दिशा-निर्देशों आदि पर सम्मेलन में चर्चा की गई।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर की अधिष्ठाता डॉ. तृप्ति नागरिया, विशिष्ट अतिथि पूर्व विभागाध्यक्ष के ई एम हॉस्पिटल मुंबई एवं इण्डियन कॉलेज ऑफ एनेस्थेसियोलॉजी की वरिष्ठ सदस्य डॉ. मंजुला सरकार तथा इण्डियन सोसायटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजी के उपाध्यक्ष डॉ. महेश सिन्हा रहे। कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष एवं चिकित्सा महाविद्यालय में निश्चेतना विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा जैन शाह, कॉन्फ्रेंस की सचिव डॉ. प्रतीक्षा अग्रवाल एवं सिम्स बिलासपुर के अधिष्ठाता डॉ. के. के. सहारे समेत राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के निश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्षों तथा अनेक गणमान्य अतिथियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और अपने अनुभवों को साझा किया।
डॉ. प्रतीक्षा ने बताया कि इस सम्मेलन में प्रदेश भर के डेढ़ सौ से अधिक निश्चेतना विशेषज्ञों एवं पी.जी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया तथा अपने विचार प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं पर निश्चेतना (एनेस्थीसिया) के प्रयोग विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसके प्रथम एवं द्वितीय विजेता पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के स्नातकोत्तर छात्र क्रमशः डॉ. शशांक शर्मा एवं डॉ. अहाना बोस तथा तृतीय विजेता एम्स रायपुर के स्नातकोत्तर छात्र डॉ. सत्यनारायण रहे।
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