रायपुर, 10 दिसंबर । चाय कॉफी बेचने वाला शख्स भी लाखों में कमाई कर सकता है. ऐसे ही एक शख्स हैं धर्मेंद्र कुशवाहा जो चाय कॉफी बेंचकर जिले के कलेक्टर की सैलरी से ज्यादा आमदनी कमा रहे हैं.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चाय कॉफी पीने वालों की कमी नहीं है. यहां का गोल चौक इलाका चाय कॉफी के लिए बहुत फेमस है. इस इलाके में चाय कॉफी की दर्जनों दुकान भी हैं. लेकिन, लालजी कॉफी हाउस में मिलने वाले कॉफी और चाय का कोई तोड़ नहीं है. लोग यहां पर कॉफी और चाय पीने 10-10 किमी दूर से आते हैं. इलाके में स्टूडेंट्स और नौकरी पेशा वाले ज्यादा रहते हैं. लिहाजा उनका लालजी कॉफी हाउस चार्जिंग पॉइंट है. सुबह से लेकर रात तक लालजी कॉफी हाउस में चाय कॉफी के दीवानों की लाइन लगी रहती है.
लालजी कॉफी हाउस के संचालक धर्मेंद्र कुशवाहा ने बताया कि दुकान उनके बाबूजी लालजी कुशवाहा के नाम पर है. आज से लगभग 15 साल पहले पिता लालजी कुशवाहा ने चाय कॉफी की दुकान खोली. शुरुआती दिनों में यहां चाय, कॉफी 5 रुपए कप में मिलती थी. समय के साथ चाय कॉफी के रेट में इजाफा हुआ. आज चाय और कॉफी दोनों का ही रेट 10 रुपए कप हो गया है. धर्मेंद्र कुशवाहा ने दुकान की बागडोर पिछले 10 साल से संभाली है.
रोजाना होती है इतनी इनकम
लालजी कॉफ़ी हाउस में प्रतिदिन 1200 कप तक चाय, कॉफी की बिक्री हो जाती है. यानी देखा जा सकता है कि सिर्फ चाय और कॉफी बेंचकर महीने में 3 लाख 60 हजार से अधिक की इनकम होती है. इतनी सैलरी छत्तीसगढ़ में कलेक्टरों की भी नहीं है. बता दें कि 7वें वेतन आयोग के मानदंडों के अनुसार शुरुआत में एक जिला कलेक्टर 56,100 रुपए प्रति माह के वेतन का हकदार होते हैं और अनुभव के साथ यह ढाई लाख रुपए प्रति माह तक हो सकता है. लालजी कॉफी हाउस सिर्फ चाय कॉफ़ी बेंचकर प्रति महीने 3 लाख 60 हजार रुपए इनकम कर रहे हैं.
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