कोरबा,07 दिसम्बर । कोरबा जिले के कुसमुंडा परियोजना खदान में कार्यरत ठेका कंपनी एमपीटी के कर्मचारियों और भू-विस्थापितों के बीच पुराने बात को लेकर मामला तूल पकड़ा और आज गाली-गलौच-मारपीट के बाद जब दोनों पक्ष थाना पहुंचे तो वहां थाना के भीतर टीआई और पुलिस कर्मियों के सामने ही भू-विस्थापित को जमकर पीटा गया। इसके बाद भू-विस्थापित भी उग्र हो गए और थाना में ही दोनों पक्षों में जमकर बवाल मचा। घटना के बाद से तनाव व्याप्त है और पुलिस हालात को नियंत्रण करने में जुटी हुई है।
प्रारंभिक तौर पर मिली सूचनाओं के मुताबिक कुसमुंडा परियोजना में कार्यरत एमपीटी कंपनी के सैलू सिंह के द्वारा एक भू-विस्थापित के साथ गाली-गलौच कर अभद्रता की गई। जातिगत गाली देने से भू-विस्थापित नाराज हो गए और मारपीट हुई। इसके बाद शिकायत लेकर कुसमुंडा थाना 200-300 की संख्या में भू-विस्थापित पहुंच गए। यहां थाना प्रभारी ने अपने कक्ष में 5 भू-विस्थापितों व 15 से 20 की संख्या में ठेका कंपनी के लोगों को बुलाया।
थानेदार के सामने ही बहस बढ़ गई और गोविंदा सारथी नामक भू-विस्थापित के साथ ओमेन्द्र सिंह तोमर, तेज प्रताप आदि लोगों ने बुरी तरह मारपीट किया। बाहर यह खबर जैसे ही आम हुई, भू-विस्थापित उग्र हो गए और उन्होंने भी ठेका कंपनी के लोगों के साथ मारपीट किया। इस दौरान थाना में बवाल मचा हुआ है और इस पूरे घटनाक्रम को लेकर हालात फिलहाल दोनों पक्षों में तनावपूर्ण है।
बताया जा रहा है कि मामला खदान के भीतर से जुड़ा हुआ है। एक पक्ष डीजल चोरी में संलिप्त होने का आरोप लगा रहा है तो दूसरे पक्ष से डीपीटी के कर्मचारियों का कहना है कि कुछ संबंधित भूविस्थापितों के द्वारा कंपनी से वसूली मांगी जा रही थी और वसूली न देने पर परेशान किया जा रहा था। इसी बात को लेकर कहासुनी में भूविस्थापित लोगों ने कंपनी के कर्मचारियों से मारपीट किया और खुद ही थाना पहुंच गए। इस तरह पुरानी बातों को लेकर विवाद जब तूल पकड़ा तो आज थाना में बवाल मच गया।
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