घर की पानी टंकियों पर लगाएं फ्लोट-वाल, जल को व्यर्थ न बहने दें-आयुक्त

(आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने आमजन से अपील कर कहा – पेयजल की बर्बादी रोकने निभाएं अपनी सहभागिता)

कोरबा 24 फरवरी 2025 – आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने आमनागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि अपने घरों व घर की छतों पर स्थापित पानी टंकियों में अनिवार्य रूप से फ्लोट-वाल लगवाएं, ताकि पेयजल अनावश्यक रूप से न बहे, उन्होने कहा कि जल की एक-एक बूंद कीमती है, कृपया इसे व्यर्थ न बहाएं तथा पेयजल की बर्बादी को रोकने के लिए अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता व सहयोग दें। उन्होने निगम के अधिकारियों से भी कहा है कि वे लोगों को इस हेतु प्रेरित व प्रोत्साहित करें कि वे घरों की पानी टंकियों पर फ्लोट-वाल लगवाएं तथा पानी की बर्बादी को रोके।


यहॉं उल्लेखनीय है कि नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा अपने सभी 07 जोनांतर्गत स्थित वार्ड व बस्तियों में पाईप लाईन बिछाकर प्रतिदिन निर्धारित मानक के अनुरूप शुद्ध पेयजल की नियमित आपूर्ति की जाती है, साथ ही केरबा नगर निगम से पृथक हुए बांकीमोंगरा नगर पालिका क्षेत्र में भी निगम द्वारा नियमित जलापूर्ति की जा रही है। विभिन्न आवासीय क्षेत्रों, कालोनियों में स्थित मकानों में मकान स्वामियों द्वारा अपने घर व घर की छतों पर पानी की टंकियॉं स्थापित की गई हैं, निगम के नल कनेक्शन से इन टंकियों को जोड़कर उनके द्वारा घरेलू उपयोग हेतु पानी स्टोर किया जाता है, प्रायः यह देखने में आता है कि पानी टंकियों में फ्लोट-वाल न लगे होने के कारण टंकियों के भर जाने के पश्चात पानी अनावश्यक रूप से ओव्हरफ्लो होकर बहता रहता है तथा पानी की बर्बादी होती है। इस तथ्य को संज्ञान में लेते हुए आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि वे अपने घरों में स्थापित पानी टंकियों में अनिवार्य रूप से फ्लोट-वाल लगवाएं ताकि टंकियों में पानी ओव्हरफ्लो होकर अनावश्यक रूप से न बहें व पानी की बर्बादी को रोका जा सके। उन्होने कहा कि वास्तव में जल ही जीवन है, जल की एक-एक बूंद कीमती है, अतः इसे व्यर्थ न बहने दें।

रा-वाटर से शुद्ध जल बनाने, काफी संसाधनों का उपयोग

नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा हसदेव नदी के दर्री बराज दाई तट नहर एवं सर्वेश्वर एनीकेट में निर्मित इन्टकवेल से रा-वाटर प्राप्त कर उसे जल उपचार संयंत्रों के माध्यम से उपचारित व शोधित कर शुद्ध पेयजल बनाया जाता है, रा-वाटर से शुद्ध पेयजल बनाने में निगम द्वारा काफी मात्रा में आवश्यक संसाधनों को काम में लाया जाता है, साथ ही पी.ए.सी. पाउडर व ब्लीचिंग पाउडर की निर्धारित मात्रा के द्वारा जल को शोधित किया जाता है। निगम द्वारा इस शोधित जल की प्रतिदिन लैब जांच, शहर के विभिन्न बिन्दुओं पर कराई जाती है, तब कहीं जाकर पेयजल की आपूर्ति होती है।

63 एम.एल.डी.पेयजल का नियमित वितरण

नगर पालिक निगम केरबा द्वारा अपने सभी 07 जोन की वार्ड व बस्तियों के साथ-साथ बांकीमोंगरा नगर पालिका क्षेत्र की वार्ड व बस्तियों में भी नियमित जलापूर्ति की जा रही है। निगम के जल प्रदाय विभाग के कार्यपालन अभियंता राकेश मसीह ने बताया कि निगम में 04 जल उपचार संयंत्र स्थापित हैं, जिनके माध्यम से पानी का शुद्धिकरण किया जाता है तथा प्रतिदिन 63 एम.एल.डी. शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाती है।

792 किलोमीटर पाईप लाईन का होता है उपयोग

निगम के सभी वार्ड व बस्तियों सहित बांकीमोंगरा के वार्डो में पेयजल की आपूर्ति हेतु निगम द्वारा बिछाई गई विभिन्न व्यास की 792 किलोमीटर पाईप लाईन का उपयोग किया जाता है, कार्यपालन अभियंता श्री राकेश मसीह ने बताया कि निगम द्वारा 58200 नल कनेक्शन घरों में दिए गए हैं तथा यह सुनिश्चित किया गया है कि इन घरों तक शुद्ध पेयजल नियमित रूप से पहुंचे। उन्होने बताया कि निगम द्वारा वार्ड व बस्तियों में 1917 हैण्डपम्प व 257 पावर पम्प भी स्थापित हैंं, आमजन इनका उपयोग भी अपने घरेलू पानी की आवश्यकता हेतु करते हैं।

आवश्यकता होने पर 38 पानी टैंकरों से जलापूर्ति

नगर पालिक निगम केरबा द्वारा अपने जल आपूर्ति संसाधन बेडे़ में विभिन्न क्षमता के 32 सामान्य पानी टैंकर एवं 06 ट्रक माउंटेड वाटर टैंकर शामिल किए गए हैं, पाईप लाईन से की जाने वाली नियमित जलापूर्ति में किसी प्रकार का आकस्मिक व्यवधान उपस्थित होने पर वार्ड व बस्तियों में इन 38 पानी टैंकरों के द्वारा पानी की आपूर्ति कराई जाती है ताकि आमनागरिकों को पेयजल से जुड़ी किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पडे़ तथा आकस्मिकता की स्थिति में भी उन्हें शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके।