ODI World Cup के इतिहास में जानें अब तक कौन-कौन बना प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट, क्या इस बार Virat Kohli जीतेंगे अवॉर्ड?

ODI World Cup Player of the Tournament Award: आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम पर फाइनल मैच खेला जाएगा। फाइनल मैच से पहले ही प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट कौन बनेगा इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है। खिताब की जंग के साथ ही ये अवॉर्ड जीतने पर स्टार क्रिकेटर्स की निगाहें टिकी हुई हैं। इस अवॉर्ड की रेस में विराट कोहली और मोहम्मद शमी आगे चल रहे हैं, लेकिन कुछ और खिलाड़ी भी मौजूद हैं, जो प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बन सकते हैं।

विराट कोहली (Virat Kohli) ने इस विश्व कप में अवॉर्ड की रेस में बैटर्स में सबसे आगे हैं, जिन्होंने 10 मैचों में कुल 711 रन बना लिए हैं, जिसमें 3 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं वहीं, मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने 6 मैचों में 23 विकेट झटक लिए हैं। ऐसे में कौन प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड ले जाएगा इसका खुलासा 19 नवंबर को ही होगा। ऐसे में इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं वनडे विश्व कप के इतिहास में अब तक कौन-कौन प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बना हैं।

ODI World Cup के इतिहास में इन प्लेयर्स को मिला हैं प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड

क्रमप्लेयर ऑफ द अवॉर्डविजेता
1.1992 मार्टिन क्रो
2.1996सनथ जयसूर्या
3.1999लांस क्लूजनर
4.2003सचिन तेंदुलकर
5.2007ग्लेन मैकग्रा
6.2011युवराज सिंह
7.2015मिचेल स्टार्क
8. 2019केन विलियमसन
9.2023     ?

1992 विश्व कप-मार्टिन क्रो

विश्व कप 1992 के फाइनल मैच में पाकिस्तान की टीम ने इंग्लैंड को पटखनी देकर पहली बार विश्व कप का खिताब जीता था। भले ही पाकिस्तान ने खिताब जीता हो, लेकिन इस टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड के कप्तान मार्टिन क्रो ने प्लेयर ऑफ द अवॉर्ड अपने नाम किया, जिन्होंने टूर्नामेंट में शानदार बैटिंग करते हुए कुल 456 रन बनाए थे। वह अब तक विश्व कप इतिहास में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनने वाले इकलौते कप्तान हैं।

1996 विश्व कप- सनथ जयसूर्या

विश्व कप 1996 में श्रीलंकाई टीम ने खिताब जीता। इस टूर्नामेंट में सनथ जयसूर्या को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड मिला था, जिन्होंने श्रीलंका को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया। जयसूर्या ने 6 मैचों में 221 रन बनाने के अलावा 7 विकेट भी झटके थे।

1999 विश्व कप- लांस क्लूजनर

तीसरे नंबर पर है दक्षिण अफ्रीका की टीम के खिलाड़ी लांस क्लूजनर का नाम, जिन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से कहर बरपाते हुए 9 मैचों में 281 रन के साथ 17 विकेट हासिल किए थे। साउथ अफ्रीका विश्व कप नहीं जीत सकी, लेकिन इस खिलाड़ी ने यह अवॉर्ड हासिल किया।

2003 विश्व कप- सचिन तेंदुलकर

1983 और 2011 विश्व कप में भारतीय टीम को जीत मिली थी, लेकिन 2003 में भारत को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस विश्व कप में सचिन तेंदुलकर का अहम योगदान रहा, जिन्होंने 11 मैचों में 1 शतक और 6 अर्धशतक के दम पर 673 रन बनाए थे।

2007 विश्व कप- ग्लेन मैकग्रा

2007 विश्व कप में वेस्टइंडीज की मेजबानी में खेले गए टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा को यह अवॉर्ड मिला, जिन्होंने कुल 11 मैचों में 26 विकेट झटके और अपनी टीम को लगातार तीसरा बार विश्व चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।

2011 विश्व कप – युवराज सिंह

भारतीय टीम 2011 में जब विश्व चैंपियन बनी थी, तो उस मैच एमएस धोनी ने छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई थी। इस विश्व कप में भारत को विश्व चैंपियन बनाने में युवराज सिंह का अहम रोल था, जिन्होंनें गेंद और बल्ले दोनों से शानदार परफॉर्म किया। उन्हें इसकी बदौलत ही प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। युवराज ने 9 मैचों में कुल 362 रन और 15 विकेट झटके थे।

2015 विश्व कप- मिचेल स्टार्क

साल 2015 विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पांचवीं बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था, जिसमें तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की सबसे अहम भूमिका रही। स्टार्क ने 8 मैचों में 3.5 इकॉनमी रेट से 22 विकेट झटके थे ,जिसके बाद उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट से नवाजा गया।

केन विलियमसन

साल 2019 विश्व कप में इंग्लैंड की टीम पहली बार विश्व चैंपियन बनी थी, लेकिन इस विश्व कप में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड मिला, जिन्होंने 10 मैचों में 578 रन बनाए थे।

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