नई दिल्ली । केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एशिया प्रशांत आर्थिक संधि ( आईपीईएफ) के सदस्य देशों के बीच पहले आईपीईएफ-आपूर्ति श्रृंखला सुदृढ़ता समझौते पर हस्ताक्षर किए । वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार सान फ्रांसिस्को की यात्रा पर गए श्री गोयल ने मंगलवार को आईपीईएफ की तीसरी वैयक्तिक मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लिया। इस बैठक के दौरान भारत सहित सदस्य देशों के व्यापार और उद्योग मंत्रियों ने आपूर्ति श्रृंखलाओं को अधिक सुदृढ़, ठोस और इसे बेहतर रुप से समन्वित करने में सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर किए।
कोविड-19 संकट में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के समझ उत्पन्न संकट को ध्यान में रखते हुए दुनिया इसके विविधीकरण पर ध्यान दे रही है। उम्मीद है कि इस सहयोग से समग्र रूप से भारत-प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक विकास एवं प्रगति में सहायता भी मिलेगी। हस्ताक्षर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री गोयल ने आईपीईएफ के सामूहिक लक्ष्यों को साकार करने के लिए सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूप से स्वच्छ अर्थव्यवस्था की दिशा में बदलाव हेतु किफायती वित्तपोषण जुटाने और प्रौद्योगिकी सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने भारत द्वारा सुझाए गए जैव-ईंधन गठबंधन सहित आईपीईएफ के तहत परिकल्पित सहकारी कार्यों के शीघ्र कार्यान्वयन का भी आग्रह किया। बैठक में आईपीईएफ के सदस्यों देशों के मंत्रियों ने स्वच्छ अर्थव्यवस्था और निष्पक्ष रुप से संचालित अर्थव्यवस्था के लिए सहयोग की दिशा में आईपीईएफ भागीदारों द्वारा की गई पर्याप्त प्रगति पर भी सार्थक चर्चा की। श्री गोयल ने इस अवसर पर अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो, मलेशिया के अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय मंत्री महामहिम तेंगकु जफरुल अजीज और इंडोनेशिया गणराज्य के आर्थिक मामलों के समन्वयकर्ता मंत्री डॉ. (एचसी) आईआर. एयरलंगा हार्टार्टो के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।
विज्ञप्ति के अनुसार आसियान देशों के मंत्रियों के साथ बातचीत के दौरान श्री गोयल ने एआईटीआईजीए समीक्षा को शीघ्र पूरा करने का सुझाव दिये। श्री गोयल ने अमेरिकी वाणिज्य मंत्री के साथ नव प्रवर्तन के क्षेत्र में सहयोग विषय पर उद्यमियों के गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की।
यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) एवं भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा इसकी सह-मेजबानी की गई थी और इसका समर्थन नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (नैसकॉम) एवं स्टार्टअप इंडिया, प्रमुख आईसीटी कंपनियों के सीईओ, उद्यम पूंजी फर्मों के अधिकारी तथा महत्वपूर्ण एवं उभरते प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े स्टार्टअप के संस्थापकों द्वारा किया गया था।
वाणिज्य मंत्री ने पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका के भारतीय उद्यमियों के साथ बातचीत की। यह बातचीत सन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा आईआईटी के पूर्व छात्रों और टीआईई ग्लोबल के सहयोग से आयोजित की गई थी।
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