रायपुर,02 नवंबर । छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को होने वाले चुनाव को देखते हुए प्रदेश में आचार संहिता लागू है। लिहाजा, प्रदेश में साफ-सुथरा चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से सतर्क है। जगह-जगह चेक पोस्ट बनाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। पुलिस को सफलता भी हाथ लग रही है लेकिन चार्टेड प्लेन के माध्यम से छत्तीसगढ़ में चुनावी फंड की व्यवस्था किए जाने की खबर मिल रही है। सूत्रों का कहना है कि पिछले दो दिनों के भीतर केंद्र से करीब दो सौ करोड़ की फंडिंग छत्तीसगढ़ पहुंचाने की खबर है। वहीं आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक बड़ा आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ में बड़े-बड़े बक्सों में कुछ आ रहा है।
चुनाव को देखते हुए प्रदेश में आचार संहिता लागू है। लिहाजा, प्रदेश में साफ-सुथरा चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से सतर्क है। जगह-जगह चेक पोस्ट बनाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। जिसमें अब तक करोडों रुपए बरामद करने में सफलता मिली है। इधर जानकारी मिली है कि भाजपा द्वारा ओडिशा के रास्ते छत्तीसगढ़ में छग प्रभारी के चार्टेड प्लेन के जरिये चुनावी फंडिंग की व्यवस्था करने की खबर है। जिसमें पूर्ववर्ती सरकार के एक कद्दावर पूर्व मंत्री के रिश्तेदार की अहम भूमिका बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि पिछले दो दिनों के भीतर छग में करीब दो सौ करोड़ रुपए चुनावी फंडिंग पहुंचाए जाने की अपुष्ट जानकारी मिली है।
यह राशि विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी खर्च करेंगे। यह भी खबर राजनीतिक क्षेत्रों में फैली है कि सरकारी संरक्षण में पैसा प्रत्याशियों के पास पहुंच रहा है। इसको लेकर राजनीतिक बवाल मचने की आशंका है। प्रथम चरण के चुनाव बस्तर में हो रहा है जहां एक तरफ नक्सली वारदात की आशंका है। दूसरी तरफ सीआरपीएफ सहित अन्य एजेसियों के उपर आरोप लगने के बाद राजनीतिक तनाव बढऩे की आशंका है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इसकी आशंका जाहिर करते हुए निर्वाचन आयोग से जांच की मांग की है।
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