पाकिस्तान ने 3 हजार से अधिक अफगान शरणार्थियों को देश से बाहर निकाला

काबुल। पाकिस्तान ने एक ही दिन में 3,248 अफगान शरणार्थियों को अफगानिस्तान लौटा दिया। पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, अब तक बिना दस्तावेज वाले 51,000 से अधिक अफगानों को निर्वासित किया गया है। बलूचिस्तान प्रांत के सूचना मंत्री जॉन अचकजई ने कहा, अवैध आप्रवासन की समस्या ने निपटने के लिए पाकिस्तान कड़े प्रयास कर रहा है। अवैध शरणार्थियों को बाहर निकालने के लिए पाकिस्तान के अभियान की समय सीमा एक नवंबर है। इधर, देश के इस फैसले की आलोचना की गई है। एमनेस्टी और यूएन समेत कई वैश्विक संगठनों ने निंदा की है और सरकार से इसपर पुनर्विचार करने को कहा है। वहीं काबुल में तालिबान सरकार ने भी इस कदम पर आपत्ति जताई है। 

इस फैसले के बाद पाकिस्तान में रह रहे शरणार्थियों के बीच डर का माहौल देखा जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर अफगानी आबादी वाले दो इलाकों में कई युवा और मध्यम आयु वर्ग के शरणार्थियों के पास पुलिस के साथ झड़पों और गिरफ्तारियों के बारे में बताने के लिए दर्दनाक कहानियां सामने आ रही हैं। अफगान बस्ती में समुदाय के प्रमुख हाजी अब्दुल्ला ने समाचार एजेंसी को बताया कि यहां तक कि जिनके पास कानूनी शरणार्थी दर्जा/कार्ड हैं, उन्हें भी पुलिस नहीं बख्श रही है, और पूरे कराची में हमारे लोगों को शातिर तरीके से निशाना बना रहे हैं। 

बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने देश में हो रहे आत्मघाती हमलों को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। अवैध अप्रवासियों के लिए देश छोड़ने को लेकर आदेश जारी किया है। इसके लिए समय सीमा एक नवंबर निर्धारित की है। गृह मंत्री सरफराज बुगती के मुताबिक यह आतंकवाद और तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई के तहत यह कदम उठाया गया है।

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