राजगढ़ (धार)। आदिवासियों के विकास का झूठा दम भरने वाली भाजपा सरकार ने 18 वर्ष में आदिवासी क्षेत्र में एक भी विश्वविद्यालय शुरू नहीं किया। मनरेगा और अन्य योजनाओं में रोजगार नहीं मिलने के कारण क्षेत्र से आदिवासियों का पलायन सतत जारी है। मेरी दादी इंदिरा गांधी हमेशा से कहती रहीं कि आदिवासी संस्कृति एवं परंपराओं को मजबूत बनाए रखना जरूरी है।
कांग्रेस ने हमेशा से ही इसका पालन किया है और आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन के अधिकार दिए हैं। समय आ गया है कि महिलाएं चुनाव की लगाम अपने हाथ में लें। सरकार की संवेदनाएं मर गई हैं। पटवारी एक माह तक हड़ताल पर रहे, किंतु सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी। 18 वर्ष में भाजपा ने 250 से अधिक घोटाले किए हैं।
उक्त बातें गुरुवार को कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राजगढ़ की जनआक्रोश सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का इतिहास गवाह है। अमझेरा के अमका-झमका मंदिर से भगवान श्रीकृष्ण जब रुक्मणि को लेकर जा रहे थे, तब घोड़ों की लगाम रुक्मणिजी ने अपने हाथों में ली थी। आज फिर वक्त आ गया है, जब क्षेत्र की आदिवासी महिलाएं चुनाव की लगाम अपने हाथों में लेकर भ्रष्ट व चौपट सरकार को उखाड़ फेंके। प्रियंका गांधी की सभा के माध्यम से इंदौर संभाग के छह जिलों की विधानसभा सीटों को टारगेट कर राजगढ़ का चयन किया गया था।
प्रियंका गांधी को सुनने ऐसा जनसैलाब उमड़ा कि सभी व्यवस्थाएं बौनी साबित हो गईं। जनता के बैठने के लिए बनाए गए तीन पंडाल पूरी तरह भर गए थे। बड़ी संख्या में लोगों ने धूप में खड़े होकर प्रियंका गांधी का भाषण सुना।
नारियल नहीं फूटता, सड़क टूट जाती है
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सरकार की तुलना चौपट राजा से करते हुए कहा कि सरकार ने हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं चौपट कर दी हैं। मुख्यमंत्री झूठे आश्वासनों की डबल इंजन सरकार चला रहे हैं। भ्रष्टाचार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शिवराज सिंह नारियल को हाथ में लेकर घूमते रहते हैं।
सड़क पर नारियल फोड़ते हैं तो सड़क टूट जाती है, लेकिन नारियल नहीं फूटता। आज प्रदेश में हर व्यक्ति भ्रष्टाचार का शिकार या गवाह है।
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