किडनी में पथरी की समस्या लंबे समय तक परेशान कर सकती है। इतना ही नहीं ये समय के साथ गंभीर हो सकती है। दरअसल, किडनी का काम शरीर में खून को फिल्टर करना है और मूत्र के माध्यम से इन टॉक्सिन को बाहर निकालना है। पर कभी-कभी पेशाब में सॉल्ट और अन्य खनिज बहुत ज्यादा हो जाते हैं और ठीक से फिल्टर नहीं हो पाते हैं। यही जब इकट्ठा होने लगते हैं तो,पथरी बनने लगते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप समय-समय पर इन टॉक्सिन को बाहर निकालें चाकि ये जमा होकर पथरी का रूप न लें और इसी काम में मददगार है नारियल पानी।
डायूरेटिक है नारियल पानी
नारियल पानी की खास बात ये है कि ये डायूरेटिक गुणों से भरपूर है। यानी कि ये किडनी के अंदर फिल्ट्रेशन के प्रोसेस को तेज करता है और फिर मूत्र के माध्यम से गंदगी को डिटॉक्स करता है। इसके अलावा ये पेशाब को खुलकर होने में मदद करता है और इसकी मात्रा बढ़ाता है जिससे किडनी फ्लश ऑउट हो पाती है और सारे टॉक्सिन शरीर से बाहर निकल पाते हैं।
लैक्सेटिव गुणों से भरपूर
लैक्सेटिव गुणों का मतलब है कि जो किडनी में जमा क्लोरीन और साइट्रेट सॉल्ट से चिपक कर इसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करे। यही काम नारियल पानी का खास गुण है और इसका सेवन क्रिएटिनिन लेवल को कम करता है और शरीर को अंदर से डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है।
पथरी पिघलाने में मददगार
किडनी में जमा पथरी को पिघलाने में नारियल पानी इसका अल्कलाइन गुण पथरी को तोड़ने लगता है और फिर इसे पिघलाकर बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होती है क्रिएटिनिन स्तर को कम करके गुर्दे की पथरी को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, नारियल पानी, जिसमें कि पोटेशियम ज्यादा है, किडनी में ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है, उसकी कार्यप्रणाली में सुधार करता है और पथरी बनने से रोकता है। साथ ही ये किडनी को स्वस्थ रखने में भी मददगार है।
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