दुर्ग,25मई 2025(वेदांत समाचार) : दुर्ग जिले की नंदिनी पुलिस ने महादेव सट्टा एप का संचालन करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें शिव सेना भिलाई का जिलाध्यक्ष आकाश राजपूत और उसका साथी धर्मेंद्र निर्मलकर शामिल हैं। ये दोनों प्रॉपर्टी डीलिंग के काम की आड़ में ऑनलाइन सट्टा का पैसा खपा रहे थे।
एसीसीयू प्रभारी डीएसपी अजय सिंह ने बताया कि इन लोगों के पास से म्यूल अकाउंट मिले हैं, जिसमें ये लोग ठगी के पैसों का लेनदेन करते थे। ये लोग ऑनलाइन सट्टा के जरिए जो रकम आती थी उसे अलग-अलग खातों के जरिए मंगाकर निकालते थे और उस पैसों को प्रॉपर्टी डीलिंग का पैसा बताते थे।
पुलिस की टीम ने जब मामला दर्ज कर म्यूल अकाउंट की जांच की तो पता चला में एक अकाउंट धर्मेन्द्र निर्मलकर के नाम पर है, जो कि एचडीएफसी बैंक में संचालित है। अकाउंट को चेक करने पर पाया गया कि उसमें साइबर फ्रॉड यानि ऑनलाइन सट्टा के पैसों का लेन-देन हुआ है।
धर्मेन्द्र निर्मलकर जामुल थाना अंतर्गत कुरुद में रहता है। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि उसने अपना अकाउंट ढांचा भवन कुरुद निवासी शिवसेना भिलाई के युवा वींग के जिलाध्यक्ष आकाश राजपूत को दिया है। उस अकाउंट में ऑनलाइन सट्टा से जुड़ी रकम 5 हजार रुपए जमा हुई।

धर्मेंद्र ने अपना खाता यह जानते हुआ भी आकाश को दिया कि वो उसका उपयोग गलत कार्य में कर रहा है। इसलिए पुलिस ने आकाश राजपूत और धर्मेंद्र दोनों को गिरफ्तार किया और न्यायिक हिरासत में भेजा।
मौर्या कंस्ट्रक्शन में करता था काम
भगवा चौक कुरुद के पास संचालित मौर्या कंस्ट्रक्शन में वो काम करता था। वहां के संचालक चंद्रकांत मौर्या से जब बात की गई तो उन्होने बताया कि आकाश शिव सेना और गौ रक्षा से जुड़ा था। वो काम पर कम और छुट्टी अधिक मारता था। पिछले एक महीने से वो काम पर नहीं आ रहा था।
उनका कहना है कि उसका काम नेतागिरी से जुड़ा होने के चलते इतनी छुट्टी मारने पर उन लोगों ने कभी उस पर शक नहीं किया कि वो इस तरह का काम करता होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का फोन आया था उनके पास वहीं से उसके बारे में पता चला।
सुपेला पुलिस ने भी एक आरोपी को किया गिरफ्तार
सुपेला पुलिस ने म्यूल अकाउंट के जरिए एक आरोपी सुधीर साव को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि शिव कुमार साव इसको लेकर शिकायत की थी कि उसका अकाउंट उत्कर्ष स्मॉल फायनेंस बैंक में खुला है। उसके अकाउंट को उसके जीजा सुधीर साव ने इस्तेमाल करने के लिए उससे लिया है। कुछ दिन बाद उसे पता चला कि सुधीर साव उसके अकाउंट का उपयोग धोखाधड़ी से प्राप्त पैसों के लेन-देन के लिए कर रहा है।
पुलिस ने जब खाते की जांच की तो पता चला कि उस म्यूल अकाउंट में 30000 रुपये की ठगी का पैसा जमा हुआ है। पुलिस ने आरोपी धुरीर साव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।