नई दिल्ली। भारत लद्दाख स्थित न्योमा इलाके में विश्व के सबसे ऊंचे लड़ाकू हवाई क्षेत्र यानी एयरफील्ड का निर्माण करेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 12 सितंबर को जम्मू के देवक ब्रिज से इस परियोजना का शिलान्यास करेंगे। एलएसी पर चीनी सेना के साथ चली आ रही तनातनी को देखते हुए रक्षा मंत्रालय का यह फैसले को काफी अहम है। इस फैसले के अंतर्गत बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) पूर्वी लद्दाख के महत्वपूर्ण क्षेत्र ‘न्योमा बेल्ट’ में इस एयरफील्ड करेगा है। एयरफील्ड के निर्माण में कुल 218 करोड़ रुपये की लागत आएगी। चीन को सीमा पर टक्कर देने के लिहाज से इस परियोजना को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बीआरओ द्वारा निर्मित कुल 90 परियोजनाओं का उद्घाटन करने जा रहे हैं। रक्षा मंत्री जम्मू-कश्मीर में बिश्नाह-कौलपुर-फूलपुर रोड पर देवक ब्रिज पर सीमा सड़क संगठन द्वारा आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री 22 सड़कों, 63 पुलों, अरुणाचल प्रदेश में नेचिफू सुरंग, पश्चिम बंगाल में दो हवाई क्षेत्रों और दो हेलीपैड का उद्घाटन करेंगे।
इन परियोजनाओं में से 36 अरुणाचल प्रदेश में, 26 लद्दाख में और 11 जम्मू-कश्मीर में हैं। इनके अलावा 5 परियोजनाएं मिजोरम, 3 हिमाचल प्रदेश, सिक्किम व उत्तराखंड में 2-2 और पश्चिम बंगाल व नगालैंड में 1-1 परियोजना है।गौरतलब है कि बीते साल बीआरओ ने 2897 करोड़ रुपये की लागत से 103 और 2021 में, 2229 करोड़ रुपये की लागत से 102 परियोजनाओं को पूरा किया था।
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