मुंबई,24मई 2025 : आज के दौर में आधार कार्ड हर व्यक्ति की पहचान का एक अहम दस्तावेज बन चुका है. सरकारी योजनाओं से लेकर स्कूल एडमिशन, बैंकिंग और पहचान प्रमाण के रूप में इसकी जरूरत लगभग हर जगह होती है. आमतौर पर एक बार बन जाने के बाद आधार कार्ड जीवनभर वैध रहता है, लेकिन बच्चों के लिए बने बाल आधार कार्ड, जिसे ब्लू आधार भी कहा जाता है, इसकी वैधता थोड़ी अलग होती है.
क्या है ब्लू आधार कार्ड?
ब्लू आधार कार्ड खास तौर पर 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बनाया जाता है. यह सामान्य आधार कार्ड से अलग होता है और इसमें ब्लू कलर की थीम होती है, जिससे इसे आसानी से पहचाना जा सकता है. चूंकि छोटे बच्चों के फिंगरप्रिंट और आइरिस विकसित नहीं होते, इसलिए इस कार्ड को बनाने में बायोमेट्रिक डेटा की जरूरत नहीं होती.
वेरिफिकेशन कैसे होता है?
ब्लू आधार के वेरिफिकेशन के लिए बच्चे के माता-पिता या अभिभावक में से किसी एक का आधार कार्ड जरूरी होता है. बच्चे की जानकारी माता-पिता के आधार से लिंक की जाती है.
कब और क्यों करना पड़ता है अपडेट?
जब बच्चा 5 साल का हो जाता है, तो उसके आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डिटेल्स (फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैन) जोड़ना जरूरी होता है. इसके लिए आधार सेवा केंद्र पर जाकर प्रक्रिया पूरी करनी होती है. अच्छी बात यह है कि यह अपडेट बिल्कुल फ्री होता है और इसमें आधार नंबर नहीं बदलता, केवल बायोमेट्रिक जानकारी जोड़ी जाती है.
बाल आधार कैसे बनवाएं?
UIDAI की वेबसाइट uidai.gov.in पर जाएं.
‘My Aadhaar’ टैब में जाकर Book an Appointment’ विकल्प पर क्लिक करें.
UIDAI सेवा केंद्र पर अपॉइंटमेंट बुक करें.
शहर चुनें और आगे बढ़ें.
मोबाइल नंबर और कैप्चा भरें, फिर Get OTP पर क्लिक करें.
OTP डालकर प्रक्रिया पूरी करें और निर्धारित तिथि पर केंद्र जाकर आवेदन करें.
ब्लू आधार कार्ड बच्चों के लिए सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाने में बेहद सहायक है. 5 साल की उम्र होने पर समय पर इसे अपडेट कराना जरूरी है ताकि भविष्य में किसी तरह की परेशानी न हो.