- मेरी प्लास्टिक, मेरी जिम्मेदारी अभियान से बदली सोच, अम्बागढ़ चौकी ब्लॉक में प्लास्टिक मुक्त गांव की ओर बड़ा कदम
- स्वच्छता में दीदियों की भागीदारी, प्लास्टिक कचरे से पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण की मिसाल
- प्लास्टिक से आमदनी और स्वच्छता दोनों, मणी कंचन समूह ने दिखाई विकास की राह
मोहला, 22 मई 2025 I स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत प्लास्टिक मुक्त ग्राम व ग्राम पंचायत बनाने की दिशा में विकासखण्ड अम्बागढ़ चौकी के द्वारा प्लास्टिक कचरा प्रबंधन जिससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करना और मानव स्वास्थ्य की रक्षा करना , प्लास्टिक कचरे के प्रदूषण को कम करना, प्लास्टिक कचरे को रिसाइकल एवं पुन: उपयोग में लाने हेतु प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन ईकाई चिल्हाटी में लिंकेज 10 ग्राम पंचायतों के स्वच्छताग्रही दीदीयों के माध्यम से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण कर कचरे को अलग-अलग कर प्लास्टिक सिंगल यूज प्लास्टिक जिसमें डिस्पोजल, प्लास्टिक से बनी दोना पत्तल, प्लास्टिक पानी बोतल, चिप्स रेपर इत्यादि प्लास्टिक से बने हुए कचरे को मणी कंचन स्व सहायता समूह के द्वारा कबाड़ वाले से अनुबंध कर प्लास्टिक को अलग कर राधे टायर्स सुशील ट्रेडर्स, रविदास नगर वार्ड क्रं.22 जेल रोड डोंगरगढ़ कबाड़ वाले को बेलिंग मशीन द्वारा प्लास्टिक की गट्टा बना कर बेचा गया।
प्लास्टिक कचरा प्रबंधन में गांवो का प्लास्टिक कचरा कम कर गांव को स्वच्छ एवं सुंदर कर प्लास्टिक से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला है। जिससे स्वच्छताग्रही दीदीयों को रोजगार के साथ अच्छी आय प्राप्त हो रही है। प्लास्टिक प्रदूषण में सबसे बड़ा योगदान प्लास्टिक की थैलियों का होता है। ये 100 साल तक भी सड़ता-गलता नही है। जिसके कारण पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचता है। इससे हवा और पानी ही नही हमारी आने वाली पीढ़ी को भी खतरा है।
प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सरकार या पर्यावरण संस्थाओ के अलावा हर एक नागरिक को पर्यावारण संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी बताते हुए मेरी प्लास्टिक, मेरी जिम्मेदारी अभियान से मणी कंचन स्व सहायता समूह द्वारा यह अभियान तेजी से विकासखण्ड में फैल रही है। यह सिर्फ सफाई का अभियान नही है, बल्कि एक सोच का बदलाव है। अगर हर नागरीक अपनी जिम्मेदारी समझे तो प्लास्टिक मुक्त विकासखण्ड बनाया जाना संभव है।