सरगुजा,17 अगस्त I अंबिकापुर शहर के ग्राम जगदीशपुर में 15 अगस्त को हुई युवक की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुरानी रंजिश में मां-बेटे ने मिलकर पड़ोसी युवक की अपने ही घर में सिलबट्टे और पीढ़े से सिर कुचलकर निर्मम हत्या कर दी थी। मामला मणिपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, मणिपुर थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने बताया कि ग्राम जगदीशपुर निवासी अमरेश यादव (30 वर्ष) और पड़ोसी रूपनारायण उर्फ रूपन राजवाड़े (20 वर्ष) के परिवार के बीच पुरानी रंजिश थी। हालांकि अमरेश और रूपनारायण एक साथ मजदूरी करते थे।
15 अगस्त को पूरे दिन दोनों ने एक साथ गांव में घूम-घूमकर शराब पी। इसके बाद शाम को अमरेश अपने घर चला आया, जबकि रूपनारायण अपने ससुराल चला गया। शाम करीब 7.30 बजे अमरेश पड़ोसी रूपनारायण से मिलने उसके घर पहुंचा, लेकिन वो ससुराल गया हुआ था। इस दौरान अमरेश उसके घर में ही गुड़ाखू करने लगा। इसी बीच अमरेश को ढूंढते हुए उसकी मां रामबाई भी वहां पहुंची और अपने बेटे को वहां आने के लिए डांटने लगी।
इसी बीच रूपनारायण भी अपने घर पहुंचा। वह अमरेश की मां को देखकर गुस्से में आ गया और विवाद करने लगा। उसने कहा कि तुम मेरे घर क्यों आते हो, जबकि तुम्हारी मां गालीगलौज करती है। इसके बाद रूपनारायण अमरेश के साथ मारपीट करने लगा। इस दौरान उसकी मां बीच-बचाव करते हुए उसे घर लाने लगी। यह देख रूपनारायण की मां सोनकेलिया घर के दरवाजा भीतर से बंद करने लगी।
इधर अमरेश की मां अपने बेटे को बाहर निकाल ही रही थी कि सोनकेलिया और रूपनारायण ने मिलकर अमरेश की मां के साथ मारपीट कर उसे घर से बाहर कर दिया। इसके बाद मां-बेटे मिलकर अमरेश को मारने लगे। इधर अमरेश की मां अपने बेटे की जान बचाने के लिए पड़ोसियों से मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। इसी बीच जोर-जोर से कुछ पटकने की आवाज आई, तो हिम्मत कर 3-4 लोग भीतर घुसे। यहां उन्होंने देखा कि अमरेश मृत पड़ा था। उसका सिर कुचला हुआ था। बगल में खून से सना सिलबट्टा और पीढ़ा रखा हुआ था।
वारदात के बाद आरोपी रूपनारायण मौके से फरार हो गया, वहीं उसकी मां सोनकेलिया बाई घर पर ही थी। पड़ोसियों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पोस्टमॉर्टम के लिए शव को अस्पताल पहुंचाया। आरोपी सोनकेलिया राजवाड़े को घर से ही गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही थी। बुधवार को मुख्य आरोपी रूपनारायण राजवाड़े को भी उसकी ससुराल से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने मां-बेटे को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। 2 साल पहले आरोपी ने मृतक के बड़े भाई की हत्या करने की भी कोशिश की थी। उस घटना में उसकी जान तो बच गई, लेकिन आज तक वो कोमा में है।
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