नईदिल्ली I भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव 12 अगस्त को होने हैं. खास बात ये है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह भी मैदान में हैं. ऐसे में अब पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की कोशिश है कि वह डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष न बन पाएं.
डब्ल्यूएफआई के शनिवार (12 अगस्त) को होने वाले चुनाव के लिए अध्यक्ष पद की दौड़ में दो उम्मीदवार- संजय सिंह और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण हैं. बृजभूषण पर महिला पहलवानों का यौन शोषण करने का आरोप लगाकर जंतर-मंतर पर दो महीने तक विरोध प्रदर्शन करने वाले छह पहलवान अनीता श्योराण का पक्ष ले रहे हैं .
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से पहलवानों की मुलाकात
बता दें कि, उम्मीदवार अनीता बीजेपी नेता के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण के आरोपों में गवाह भी हैं. बजरंग, विनेश और साक्षी गुट के करीबी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि इन पहलवानों ने गुरुवार (10 अगस्त) को सुबह खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की. उनके गृह मंत्री अमित शाह से बैठक के लिए समय मिलने की उम्मीद है.
सूत्रों ने बताया, “कुछ मध्यस्थ ने पहलवानों को आश्वासन दिया है कि आज संसद सत्र के बाद गृह मंत्री उनसे मिल सकते हैं. उन्होंने सुबह खेल मंत्री से मुलाकात की और उनसे इस मामले पर गौर करने का आग्रह किया. पहलवानों ने बृजभूषण गुट के संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने को लेकर अपनी आशंकाएं व्यक्त की”
‘बृजभूषण के बेहद करीबी हैं संजय सिंह’
पहलवानों ने कहा कि उन्होंने बृजभूषण के किसी रिश्तेदार के डब्ल्यूएफआई चुनाव में नहीं उतारने की मांग की थी और इसका मतलब यह भी था कि उनका कोई करीबी भी चुनाव न लड़े. सूत्रों का कहना है कि संजय सिंह बृजभूषण के बेहद करीबी हैं. वह शायद बीजेपी नेता के व्यावसायिक साझेदार हैं. उनके डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बनने पर उन्हें आपत्ति है.
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