त्वचा पर कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. अधिकांश बीमारी संक्रमण और बैक्टीरिया के कारण होती हैं. कुछ बीमारी जल्दी या देरी से ठीक हो जाती हैं. लेकिन, कुछ बीमारियां ऐसी भी होती हैं जो ठीक नहीं हो पाती या उनका इलाज बेहद कठिन होता है. त्वचा की ऐसी बीमारी पूरे शरीर पर फैल सकती हैं और जानलेवा भी हो सकती है. त्वचा की ऐसी ही एक सबसे खतरनाक बीमारी के बारे में हम आपको इस लेख में अवगत करा रहे हैं.
त्वचा पर होने वाली सामान्य बीमारियों में मुंहासे, एलोपेसिया एरीटा, एटोपिक डर्माटाइटिस (एक्जिमा) शामिल है. जबकि गंभीर बीमारियों में सोरायसिस, रोसैसिया और विटिलिगो शामिल हैं. त्वचार की सबसे गंभीर बीमारी त्वचा का कैंसर होती है. मेडिकल भाषा में इसे मेलेनोमा कहा जाता है. इस बीमारी में त्वचा की कोशिकाओं का असामान्य और अनियंत्रित वृद्धि होती है. इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों में शरीर पर कहीं भी तिल का उभरना होता है. यह तिल कहीं भी और किसी भी आकार व रंग के हो सकते हैं.
क्या होता है कारण
मेलेनोमात्वचा कैंसर के कई कारण हो सकते हैं. इनमें अनुवांशिक कारण सबसे प्रमुख है. इसके अलावा यूवी किरणों के संपर्क में आना, इसके अलावा बार-बार सन बर्न होना, ज्यादा गोरी त्वचा, झाइयां, लाल बाल और नीली या हरी आंखें भी इसके खतरे को बढ़ा सकती हैं. मेलेनोमा के कुछ प्रारंभिक लक्षण भी दिखते हैं. इनमें नए तिल बनना या पुराने तिल में बदलाव होना. तिल का आकार, आकृति और रंग का बदलना. त्वचा पर पपड़ीदार पैच पड़ना, दाने या घाव होना जो भर नहीं रहे. त्वचा पर खुजली होना और उसमें से खून आना. त्वचा पर हल्के पीले या लाल रंग का कोई धब्बा या उभार बन जाना.
क्या करें
यदि आपको बताए गए कारण और लक्षणों में कुछ भी महसूस हो रहा है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. शुरुआती दौर में काफी हद तक इसका इलाज संभव हो सकता है. इसके अलावा इससे बचने के लिए धूप में जाने से बचें. यदि आपकी त्वचा पतली या ज्यादा गोरी है तो धूप में जाने से पहले पूरे शरीर को ढक कर रखें. पूरे कपड़े पहने और धूप में टोपी जरूर पहनें. किसी अच्छी सनस्क्रीन क्रीम का प्रयोग करें. त्वचा में होने वाले किसी भी बदलाव की जांच करवाएं.