नई दिल्ली । विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा है कि खाद्य, स्वास्थ्य और ऊर्जा सुरक्षा बिमस्टेक यानी बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल के सदस्य देशों के लिए विचारणीय समान विषय है। उन्होंने कहा कि बिमस्टेक की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर भविष्य के लिए खुलकर रचनात्मक बात हुई। डॉ. जयशंकर ने ट्वीट में आगे लिखा है कि यह बैठक बिमस्टेक के सदस्य देशों के बीच तालमेल और लचीलापन बढाने पर केन्द्रित थी। इस दौरान उन सभी चुनौतियों पर चर्चा हुई जो सभी सदस्य देशों के समक्ष हैं। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान सहयोग के नये क्षेत्रों से जुड़े पहलुओं और गतिविधियों के संबंध में चर्चा हुई।
उन्होंने यह भी कहा कि सदस्य देशों के बीच प्रौद्योगिकी की मदद से सहयोग और बेहतरीन कार्यप्रणाली के लिए आदान-प्रदान हो सकता है। श्री जयशंकर ने कहा कि बिमस्टेक देशों का उद्देश्य विकास और समृद्धि को बढावा देने के लिए काम करना है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी सदस्य देश इन विचारों पर आगे आदान-प्रदान के लिए बार-बार चर्चा करने पर सहमत हुए। कल श्री जयशंकर ने बैंकॉक में लाओस के विदेश मंत्री सलेउमैक्से कोमासिथ के साथ मेकांग गंगा सहयोग की 12वीं बैठक की सह अध्यक्षता की।
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