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कोरबा जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए अलग-अलग स्तर पर कोशिश की जा रही जल जीवन मिशन के 354 काम हुए पूरे

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जलप्रदाय योजना के नए प्रस्ताव कोई नहीं

कोरबा,17 मई 2025(वेदांत समाचार)। मनुष्यों के जीवन के लिए पानी सबसे जरूरी तत्व है और इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। कोरबा जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए अलग-अलग स्तर पर कोशिश की जा रही है। पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट सीहोर से इस दिशा में लगातार प्रयत्न किया जा रहा है। जल जीवन मिशन जैसी महत्वाकांक्षी योजना को क्रियान्वित करने के लिए जिले में जतन हो रहा है यह बात अलग है कि सरकार ने वर्ष 2025 के लिए नल जलप्रडाय योजना के किसी भी प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं किया है।

पीएचईडी कोरबा डिवीजन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रमन कुमार उरांव ने बताया कि कोरबा जिले में जल जीवन मिशन की शुरुआत से लेकर अब तक की स्थिति में बेहतर काम हुआ है। मौजूदा स्थिति को मिलाकर 354 स्थान पर इस योजना को क्रियान्वित करने में हम सफल रहे हैं। संबंधित क्षेत्र के लोगों को इस योजना से लाभान्वित किया गया है।

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एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने बताया कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को जमीन पर उतारने के साथ जनता को पानी दिया जाना है। स्वच्छ और शुद्ध जल की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर काम हो रहा है। बताया गया कि मिशन मोड में जल उपलब्धता के लिए कार्य किया जा रहा है और इसीलिए योजना का विस्तार न केवल हो रहा है बल्कि बड़े हिस्से में हमने इसकी पहुंच को बनाया है।


एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रमन उरांव ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जो काम हो रहे हैं, वह कोरबा जिले में नवीकृत है। योजना के अंतर्गत जल स्रोत को आईडेंटिफाई करने के साथ बोरवेल खनन और फिर अगले कार्यों को इसमें किया जाना है। बड़े हिस्से के लोगों की पानी संबंधी आवश्यकता की पूर्ति इस योजना के माध्यम से किया जाना संभव हो सका है। विभाग के अधिकारी ने बताया कि नल जल प्रदाय योजना को लेकर इस वर्ष कोई भी नहीं यूनिट स्वीकृत नहीं हुई है।

वर्षा जल संचय के लिए जागरुकता जरूरी

विभिन्न क्षेत्रों में पानी के संकट के हालात को लेकर लगातार इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि पानी की बर्बादी रोकने के साथ पानी का संरक्षण करने की मानसिकता बनाई जाए। इसलिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि आगामी मानसून सीजन में बरसाती पानी के संरक्षण को लेकर कामकाज हो। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का ऐसा मानना है कि कमजोर जल स्रोतों की मजबूती इस प्रकार के प्रयास से हो सकेगी और भविष्य में यह सभी के लिए एक अच्छा कदम साबित होगा।

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