कोलकाता I पश्चिम बंगाल में शनिवार (8 जुलाई) को पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान हुई हिंसा में अब तक 12 लोगों की जान चली गई है. बंगाल राज्य चुनाव आयुक्त (SEC) राजीव सिन्हा ने शनिवार को सुपरवाइजर और रिटर्निंग अधिकारियों से रिपोर्ट मिलने के बाद वोट से छेड़छाड़ की शिकायतों पर गौर करने और हिंसा वाली जगहों पर फिर से मतदान पर निर्णय लेने का वादा किया है.
राजीव सिन्हा ने कहा, “दिन के मतदान के दौरान हिंसा की घटनाओं की सबसे अधिक शिकायतें चार जिलों से आईं और चुनाव प्रक्रिया की समीक्षा करते समय इन सभी जिलों को ध्यान में रखा जाएगा. इस बीच एसईसी को विभिन्न राजनीतिक दलों से काफी आलोचना का भी सामना करना पड़ा.
9 जुलाई को होगा पुनर्मतदान पर फैसला
सिन्हा का कहना है कि पुनर्मतदान पर फैसला रविवार (9 जुलाई) को लिया जाएगा जब सुपरवाइजर और रिटर्निंग अधिकारी मतदान प्रक्रिया की जांच और समीक्षा करेंगे. उन्होंने कहा, “मुझे कल रात से हिंसा और झड़पों की जानकारी मिल रही है. इन घटनाओं पर सीधे मुझे और नियंत्रण कक्ष के फोन नंबरों पर कॉल की गईं.”
इन जिलों में सबसे ज्यादा हिंसक घटनाएं
सिन्हा ने बताया, “शनिवार को ऐसी सबसे ज्यादा घटनाएं उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और मुर्शिदाबाद जिले जैसे तीन से चार जिलों से सामने आईं. एसईसी को बारासात से 1,300 शिकायतें मिलीं, जिनमें कुछ लोगों के मतपेटियां लेकर भागने की घटनाएं भी शामिल थीं. कल मामले में विस्तृत जांच होगी. उन बूथों पर दोबारा मतदान होगा, जहां सबसे ज्यादा हिंसा हुई और जहां मतदान नहीं हुआ या रोका गया.”
उन्होंने कहा कि एसईसी को शनिवार (8 जुलाई) को किसी भी अप्रिय घटना के बारे में कोई सूचना मिलने के तुरंत बाद जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक और सीएपी को सूचित किया गया था. मौतों की संख्या के बारे में बात करते हुए सिन्हा ने कहा, “आधिकारिक तौर पर शनिवार के मतदान के दौरान तीन मौतें हुईं.”
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