स्कूल वेंडे वर्राट पंडूम के तहत 20 मई तक होगा डोर टू डोर सर्वे
बीजापुर,13 मई 2025(वेदांत समाचार)। आगामी शिक्षा सत्र में जिले को ड्रॉप आउट मुक्त करने जिला प्रशासन बीजापुर ने स्कूल वेंडे वर्राट पण्डुम अभियान प्रारंभ किया है । अभियान के तहत जिले के हर गांव हर घर तक सर्वे दल के माध्यम से बच्चों की पहचान की जाएगी और ठोस कार्य योजना बनाकर उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
कलेक्टर संबित मिश्रा के निर्देशानुसार जिले के लगभग 600 गांव में सर्वे के लिए दल गठन कर उन्हें प्रशिक्षण देने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है । सर्वे दल में शिक्षक, शिक्षादूत, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्व सहायता समूह सदस्य मिलाकर तकरीबन 2200 लोग शामिल है जिन्हें सभी ब्लाकों में प्रशिक्षण देकर सर्वे के महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी गई । दिनांक 8 मई से सभी गांव में 600 सर्वे दल द्वारा घर घर संपर्क अभियान शुरू कर दिया गया जहां वे निर्धारित प्रपत्र में परिवार की पूरी जानकारी भर रहे हैं।
प्रपत्र में जो बच्चे शाला त्यागी और अप्रवेशी है उनके कारणों को सूक्ष्मता से अंकित किया जा रहा है। 20 मई तक सर्वे पूर्ण करने की समय सीमा रखी गई है । इस अवधि में सभी दल अपने निर्धारित ग्राम के प्रत्येक घर का सर्वे कर पंचायत सचिव और संकुल समन्वयकों के माध्यम से सर्वे प्रपत्र एकत्रित कर जांच करेंगे उसके बाद चारों ब्लॉक के बीआरसी कार्यालय में ऑपरेटर के माध्यम से डाटा एंट्री का कार्य किया जाएगा ।
डाटा एंट्री के पश्चात सर्वे के परिणाम की समीक्षा होगी और व्यापक रणनीति बनाकर शाला त्यागी और अप्रवेशी बच्चों को स्कूल फिर से लाने का प्रयास किया जाएगा ।
23 प्रकार से ज्यादा कारण है शिक्षा से दूरी के जिले में बच्चों के ड्रॉप आउट होने के अलग अलग कारण सामने आते रहे है। इन कारणों की समीक्षा कर 23 प्रकार के कारणों को प्रपत्र में शामिल किया गया है। घरेलू कार्य, जानवर चराना, शिक्षक से भय, आर्थिक कारण, दिव्यांगता, मजदूरी, अनाथ, पलायन, भाई बहनों की देखभाल स्कूल की दूरी, बाल विवाह, आदि 23 चिन्हांकित कारणों की पहचान कर शिक्षा से जोड़ने की व्यापक कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इस अभियान में शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास ,बीजा दुतीर और शिक्षार्थ ट्रस्ट का सहयोग लिया जा रहा है।