अयोध्या ,04 जून । श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर लगातार अपना आकार ले रहा है। इसके साथ ही भाजपा के डबल इंजन सरकार का प्रयास है कि लोगों को राम मंदिर खुलने के साथ-साथ आवाजाही की वह सारी सुविधाएं मिले जिससे श्रद्धालुओं को कोई भी दिक्कत ना आए। इसके लिए भव्य विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस अयोध्या जंक्शन को तैयार किया गया है।
इस अयोध्या जंक्शन में वह सारी खूबियां होंगी जो एक विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन पर होती है। अयोध्या में बन रहे विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन के पहले चरण का कार्य संपन्न करने के लिए करीब 241 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। इसमें भवन पाकिर्ंग, कर्मचारियों के लिए आवास, रेलवे पुलिस के लिए कार्यालय, 3 नए प्लेटफार्म का निर्माण, रोड निर्माण संबंधी कार्य शामिल हैं।
भगवान राम के मंदिर के रूप में ही इस नए अयोध्या रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य हो रहा है। सरकार की यह कोशिश है कि धर्म नगरी में श्रद्धालुओं के रेलवे स्टेशन से बाहर आते ही उन्हें राम मंदिर की छाप देखने को मिले। अयोध्या स्टेशन का पुनर्विकसित भवन 10,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। 2018 में इसके विस्तार का काम शुरू हो गया था। पहले चरण में बने भवन को मंदिर की भांति बनाया गया है।
रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनामिक सर्विस इस काम को पूरा करने में जुटा हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल दिसंबर तक इस काम को पूरा कर लिया जाएगा और जनवरी 2024 से यह जनता के लिए पूरी तरीके से खुल जाएगा। इस अत्याधुनिक और विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन में बुजुर्गों और महिलाओं की सुविधा के लिए लिफ्ट, स्वचालित सीढ़ी, वातानुकूलित वेटिंग रूम, वॉशरूम, पेयजल बूथ, फूड प्लाजा समेत अन्य सुविधाएं रखी गई हैं। पूरे भवन को वातानुकूलित बनाया गया है।
इस रेलवे स्टेशन का उद्घाटन भी राम मंदिर के साथ होना प्रस्तावित रखा गया है। स्टेशन का बाहरी हिस्सा मंदिर की झलक देता हुआ बनाया गया है, वहीं स्टेशन के भीतर की दीवारों पर राम कथा चित्रों के जरिए लोगों के सामने प्रदर्शित की जाएगी।अयोध्या का रेलवे स्टेशन का निर्माण राम मंदिर के तर्ज पर हो रहा है। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अंतरराज्जीय बस स्टेशन के माध्यम से सड़क परिवहन को तीर्थ यात्रियों के लिए सुगम बनाने का कार्य कर रही है।
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