छत्तीसगढ़: जल जीवन मिशन को पीएचई के अफसर व ठेकेदार ने बनाया भ्रष्टाचार का मिशन

कवर्धा,17 फ़रवरी 2025 (वेदांत समाचार)। टंकी से बूंद-बूंद रिसता पानी, कॉलम चोरी कर बनी बाउंड्रीवाल, टूटा गेट , अधूरी छबाई , हवा में सीढ़ी गुणवत्ताहीन व घटिया निर्माण ये सब बानगी है जल जीवन मिशन के 97.84 लाख रुपए के काम की । पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सहसपुर लोहारा ब्लॉक के सरहदी गांव पैलपार की यह कहानी है।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने इस काम को गुणवत्तापूर्ण स्वीकृत ड्राइंग डिजाइन के होना बताते पूरा बता दिया है लेकिन असलियत यह है कि जब गांव में अफसर पहुंचे तो नलों में टोंटी लगा दी गई, टोंटी से पानी निकलने लगा , ग्रामीणों को खड़े कर धड़ाधड़ फ़ोटो वीडियो क्लिक किये गए और जैसे ही अफसर वापस गए, नल की टोंटी से पानी आना बंद हो गया। मामले में गजब तब हुआ जब शिकायत की जांच पीएचई के उन्ही अफसरों ने की जिनकी निगरानी में सारा गोलमाल हुआ है । अब ग्रामीण खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।

कबीरधाम जिले के सरहदी गांव पैलपार में जल जीवन मिशन को पीएचई के ठेकेदार , इंजीनियर और अफसर ने भ्रष्टाचार का मिशन बनाकर रख दिया। ठेकेदार के साथ सांठगांठ कर लाखों की गड़बड़ी करते घटिया निर्माण कर दिया है । अधिकारी घृतराष्ट्र बने बैठे है । ऑनलाइन जन शिकायत में तथ्यात्मक शिकायतों का फर्जी निराकरण कर दिया गया । लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता भी शिकायत को सुनी सुनाई व मनगढ़ंत बताते अपने भ्रष्ट इंजीनियर और एसडीओ का बचाव कर रहे है। एसओआर से 30 से 35 प्रतिशत अधिक दर पर टेंडर स्वीकृत होने के बावजूद ग्रमीणों को पीने का पानी नसीब नही हो रहा।

शिकायत के बाद जांच के लिए पहुंचे अफसर एक बार नल को चालू कर फ़ोटो खींच मुख्यमंत्री कार्यालय को भी गुमराह कर रहे है । अफसरों ने जिस महिला की फ़ोटो अपलोड कर सब ठीकठाक होने का दावा किया है वह महिला वीडियो में अफसरों की करतूत की पोल खोलती नजर आ रही है । महिला बताती है कि एक दिन साहब लोग आये नल में टोंटी लगा बाल्टी रखे और फ़ोटो वीडियो बना कर चल दिये । साहब लोगो के जाने के बाद से नल में पानी नही आ रहा है । जबकि ऑफिस में बैठ के कागजी घोड़े दौड़ा नल में पानी आने के अफसरी दावों के बाद आज भी ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। टंंकी और नल कनेक्शन शो पीस बनकर रह गए हैं।

ठेकेदार ने इंजीनियर एसडीओ और कार्यपालन अभियंता के साथ मिलकर जलजीवन मिशन योजना अंतर्गत पैलपार में 97लाख 84 हजार की लागत से बनाने वाले पानी टंकी निर्माण में घटिया निर्माण का खुला खेल खेला है । पानी की टंकी की गुणवत्ता इतनी अच्छी है कि टंकी में लगातार रिसाव हो रहा । गलती छुपाने जगह जगह प्लास्टर का पैच दिख रहा । टंकी पर चढ़ने के लिए बनाई गई सीधी जमीन की जगह हवा में बना दी गई है । बाउंड्रीवाल निर्माण में बिना कालम का गेट और गेट की दीवाल का बड़ा सा क्रेक दिख ग्रामीणों और पत्रकार को तो दिख रहा किंतु पीएचई विभाग के इंजीनियर एसडीओ और कार्यपालन अभियंता को दिखाई नही दे रहा ।

ऑनलाइन जन शिकायत में शिकायत होने के बाद विभाग के सहायक अभियंता ने कार्यपालन अभियंता को 20 जनवरी को पत्र क्रमांक 139 द्वारा लेख किया गया कि विकासखंड स.लोहारा के ग्राम पैलपार में पानी टंकी , रूम एवं बाउण्ड्रीवाल निर्माण कार्य स्वीकृत प्राक्कलन अनुसार ना करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड व गलत मूल्याकन करने वाले उप-अभिपता को निलबित करने के संबंध में आन लाईन पत्र प्राप्त हुआ है जिसके संबंध में जानकारी निम्नानुसार है-

1) निर्माण कार्य स्थल पर सूचना पटल लगा है।
2) कार्य स्थल पर स्थायी विद्युत कनेक्शन स्थापित है।
3 )कक्ष निर्माण कार्य स्वीकृत प्राक्कलन के अनुसार किया गया है।

4)बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कार्य स्वीकृत प्राक्कलन के अनुसार किया गया है।

5) कॉलम व बीम निर्माण कार्य स्वीकृत ड्राईंग डिजाईन के अनुसार कार्य किया गया है।
6) कार्य के मजदूर उपस्थिति पंजी व भुगतान पंजी का संधारण विभाग द्वारा नहीं किया जाता है।

वर्तमान में ग्राम में कार्य पूर्ण कर पेयजान प्रदाय प्रारंभ कर दिया गया है।

ठेकेदार से मिलीभगत के चलते सहायक अभियंता ने अधूरे काम को पूर्ण बता कर अधिकारियों को गुमराह करने के साथ साथ प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री कार्यालय तक झूठी जानकारी भेजी जिससे शासन प्रशासन की छवि धूमिल हो रही ।

यहां बताना लाजमी होगा कि जलजीवन मिशन अंतर्गत यूपीवीसी जलवितरण पाइप लाइन , उच्चस्तरीय जलागार क्षमता 4 किलो लीटर घरेलू नाल कनेक्शन की संख्या जोकि बोर्ड में दर्शित नही है का निर्माण 97 लाख 84 हजार रुपये की लागत से श्री बालाजी मिनरल्स एंड कन्स्ट्रक्शन के ठेकेदार द्वारा कार्य प्रभारी उप अभियंता बी आर सिन्हा व तत्कालीन अभियंता डीएस राजपूत जो वर्तमान में कार्यपालन अभियंता के प्रभार पर भी है कि देख रेख में हुआ है । बावजूद गुणवत्ता हैं काम सहायक अभियंता के झूठ , एसडीओ नेताम की लापरवाही की जानकारी सामने लाने पर भी कार्यपालन अभियंता डीएस राजपूत अपने कर्मचारियों का पक्ष लेते कहते है कि आप सुनी सुनाई बातों पर आरोप लगा रहे नेताम साहब खुद जांच करने गए थे झूठ थोड़ी बोलेंगे ।

बहरहाल जल जीवन मिशन में घपलों घोटालों को लेकर साय सरकार ने राज काज सम्हालने के बाद आधा दर्जन से अधिक कार्यपालन अभियंताओं व इंजीनियर पर कार्यवाही की है किंतु क्षेत्र की दबंग नेत्री व डिप्टी सीएम के गृह जिले के भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों पर कब कार्यवाही की गाज गिरेगी या मामला ले देकर रफा दफा कर दिया जाएगा समय के गर्भ में है।