मानव मस्तिष्क में लगाई जा सकेगी चिप, मस्क की कंपनी को ट्रायल की मंजूरी, इन बीमारियों में मिल सकेगा फायदा

वॉशिंगटन। मानव मस्तिष्क में चिप लगाने का रास्ता साफ हो गया है। एलन मस्क की ब्रेन चिप फर्म न्यूरालिंक को शुक्रवार को अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने मानव मस्तिष्क पर ट्रायल की अनुमति दे दी है।

इस संबंध में न्यूरालिंक ने ट्वीट कर कहा कि यह भविष्य के लिए महत्वपूर्ण कदम है। हमारी तकनीक आने वाले समय में लोगों के लिए मददगार साबित होगी।

क्या है चिप इंप्लांट योजना?

एलन मस्क ने एक प्रजेंटेशन के दौरान कुछ समय पहले दावा किया था कि दिमाग में चिप इंप्लांट करने के बाद लकवाग्रस्त व्यक्ति भी कंप्यूटर चलाने में सक्षम हो जाएगा। इस संबंध में एलन मस्क की योजना अगर पूरी तरह सफल हो जाती है, तो यह मेडिकल क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। इससे सुनने, बोलने, मोटापा, आटिज्म, अवसाद और सिजोफ्रेनिया आदि से पीड़ित लोगों को लाभ पहुंचाया जा सकेगा।

एलन मस्क ने पिछले साल के अंत में उस समय सुर्खियां बटोरीं थीं, जब उन्होंने कहा था कि इस पर उन्हें इतना भरोसा है कि वह इन्हें अपने बच्चों में लगाने के लिए तैयार होंगे।

गौरतलब है कि न्यूरालिंक को ट्रायल की अनुमति देने से पहले एफडीए की ओर से कई मुद्दों को लेकर आगाह किया गया है। इसमें मस्तिष्क में लगाई जाने वाली डिवाइस में उपयोग होने वाली लीथियम बैट्री को लेकर है। साथ ही ब्रेन के टिश्यू को बिना क्षति पहुंचाए उस डिवाइस को निकालने जैसी चुनौतियां शामिल हैं।

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