कांकेर,26 मई । जिले में मोबाइल ढूंढने डैम से 21 लाख लीटर पानी बहाने वाले फूड इंस्पेक्टर को कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने निलंबित कर दिया है। जल संसाधन विभाग के एसडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास रविवार 21 मई को दोस्तों के साथ परलकोट बांध गए थे। पार्टी करने के दौरान अधिकारी का डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल पानी में जा गिरा। अगले दिन सुबह आसपास के ग्रामीणों और गोताखोर से मोबाइल की खोज कराई गई, जब नहीं ढूंढ पाए तो 4 दिनों तक पंप के जरिए डैम का पानी बहा दिया गया। इससे डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती थी।
अनुमान है कि बांध के वेस्ट वियर से स्केल वाय के बीच जमा 21 लाख लीटर पानी बहा दिया गया। बात फैली तब सिंचाई अफसर ने मौके पर जाकर पंप को बंद करवाया। हालांकि तब तक गुरुवार को फूड इंस्पेक्टर का फोन तो मिल गया, जो काम नहीं कर रहा था।
धोखे में रखकर पानी बहाया गया- SDO
इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी आरसी धीवर का कहना है कि नियमानुसार 5 फीट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दी गई थी, लेकिन 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को पंप चालू किया, जो गुरुवार तक चौबीस घंटे तक चला। स्केल वायर में 10 फीट पानी भरा था, जो 4 फीट पर आ गया।
शिकायत पर सिंचाई अफसर मौके पर पहुंचे और पानी निकालना बंद करवाया, लेकिन तब तक स्केल वाय से 6 फीट पानी निकल चुका था। यह तकरीबन 21 लाख लीटर होता है। सिंचाई विभाग के एसडीओ आरसी धीवर का कहना है कि उन्हें धोखे में रखकर इतना पानी बहाया गया।
फोन में थी विभागीय जानकारी- फूड इंस्पेक्टर
फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने स्वीकार किया कि फोन में विभागीय जानकारी थी, इसलिए यह कदम उठाया, लेकिन पानी में रहने के कारण उनका फोन बंद हो गया है। वहीं मोबाइल ठीक करने वालों ने बताया कि इतने दिन तक यह वॉटर प्रूफ नहीं रह सकता। इस घटना के बाद भाजपा नेता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने निशाना साधा है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा है कि ‘खाद्य निरीक्षक साहब को बांध खाली करवाने के लिए धन्यवाद, उनका महंगा मोबाइल (रहस्यमयी) मिल गया। 30 HP का पंप चलाने में बहुत खर्च आया है। इसलिए फूड इंस्पेक्टर को मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता देने का कष्ट करें।’
भीषण गर्मी में पानी के लिए मवेशियों को भी होगी दिक्कत
स्केल वाय में गर्मी में भी 10 फीट से अधिक पानी रहता है। यहां आसपास के जानवर भी आते हैं। पानी खाली होने से नाराज ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन तक मवेशियों को भी पानी नहीं मिलेगा।
[metaslider id="347522"]