गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। यह वायरल वीडियो राजिम विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक रोहित साहू का है। इस वीडियो में रोहित साहू एक कार्यकर्ता के साथ बहस करते दिखाई दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार, ये वीडियो गुरुवार का है। विधायक पंचायत चुनाव का प्रचार करने पहुंचे थे इस दौरान एक ग्रामीण से उनकी बहस हो गई। मंच से विधायक एक शख्स से कहते हुए दिख रहे हैं कि तुम्हारी हेकड़ी निकाल दूंगा, जेल में अंदर करवा दूंगा, बिना दारू पीए आना उस दिन बात करना। कांग्रेसी वाली बात मत करो मेरे सामने।
कहा- अभी जानते नहीं हो
वायरल वीडियो में दिख रहा है। विधायक इस शख्स को धमकाते हुए कहते दिख रहे हैं रोहित साहू जितना सीधा है, उतना ही टेढ़ा भी है। तुम अभी रोहित साहू को नहीं जानते हो। दरअसल, ग्रामीणों का आरोप था कि विधायक पंचायत चुनाव में किसी उम्मीदवार का प्रचार करने के लिए क्यों आ रहे हैं।
‘तलवा चाटने वाले’ बयान से भड़की भीड़
दरअसल पूरा मामला बोरसी पंचायत का था। इस दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए विधायक रोहित साहू ने कहा गांव के कुछ लोगों को कांग्रेसी और पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल का ‘तलवा चाटने वाला’ बता दिया। विधायक के इसी बयान से वहां मौजूद लोग भड़क गए। वीडियो में विधायक कहते दिख रहे हैं कि ‘रोहित साहू को साधी मत समझना, तुम्हारे अमितेष शुक्ला को पानी पिला दिया है। यहां चमचागिरी मत करो। दारू पी के बात मत करो, बिना दारू पीकर बात करना। अभी अंदर करवा दूंगा।’ वह छत्तीसगढ़ी भाषा में लोगों से बात कर रहे थे।
वोट नहीं दिए तो सुविधा क्यों मांग रहे हो
वहीं, बताया जा रहा है कि जब जब ग्रामीणों ने विधायक से सड़क, पानी और बिजली के मुद्दे पर बात की तो विधायक ने अजीब जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से उन्हें वोट नहीं मिला तो यहां सुविधाएं भी नहीं दी जाएंगी।
तीसरे चरण के लिए होनी है वोटिंग
छत्तीसगढ़ में इन दिनों पंचायत चुनाव हो रहे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दो चरणों के लिए वोटिंग हो चुकी है। तीसरे फेज के लिए रविवार को वोटिंग होनी है। तीसरे चरण की वोटिंग को लेकर प्रदेश में तैयारियां कर ली गई हैं।
विधायक का पक्ष:
विवाद बढ़ने के बाद विधायक रोहित साहू ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, शराब के नशे में कुछ कांग्रेसियों ने कार्यक्रम में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था। गरियाबंद में कांग्रेस की हार से बौखलाए हुए हैं। उस गांव में 10-15 लाख रुपये का काम हुआ है, कांग्रेस उकसाने का काम कर रही है। कोई गांव विकास से अछूता नहीं है। कटे हुए वीडियो बनाए गए हैं। वे लोग जनता नहीं, कांग्रेस के हैं।