आज का दिन बड़ा ही महत्वपूर्ण आ रहा एक तो 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में पंडित राम सरकार पांडेय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुटरा के छात्रों ने शत-प्रतिशत परिणाम को लेकर पूरे जिले का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया वहीं बीते माह दिसंबर में सीवी रमन विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित टैलेंट हंट कार्यक्रम में जिले स्तर पर अपना नाम रोशन किया. इस कार्यक्रम में अभिषेक कुमार कश्यप सुमित कुमार खरे समीर डिग्रसकर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया इसके अंतर्गत गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास जी के हाथों उन्हें 5000 रुपए की राशि का सम्मान प्राप्त हुआ दूसरे स्थान में पंकज कश्यप रविशंकर बरेट युवराज कुमार कश्यप इन सभी को ₹3000 की नगद राशि प्राप्त हुई. सी वी रमन विश्वविद्यालय के संरक्षक अरविन्द तिवारी जी ने कहा कि यह कार्यक्रम कई मायनों में अनूठा रहा वह इसलिए अनूठा रहा कि पहली बार ग्रामीण क्षेत्रों में जा जाकर हमने टैलेंट हंट कार्यक्रम के तहत प्रतिभा की खोज की और मुझे पूरा विश्वास है कि यह जो प्रतिभाएं हम सबके बीच निखर कर सामने आई हैं वे प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने को तैयार है. महंत रामसुंदर दास जी गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने बच्चों को सम्मानित करते हुए कहा कि मुझे खुशी महसूस हो रही है कि आज मैं उन बच्चों का सम्मान अपने हाथों करने जा रहा हूं जिन्होंने अभाव में रखकर और संघर्षों के रास्ते को अपनाते हुए भी अपनी प्रतिभा सबके सामने प्रस्तुत की है. इन बच्चों के साथ-साथ उन विद्यालय के शिक्षकों को भी मैं बधाई देना चाहूंगा कि जिनके अथक प्रयासों से यह बच्चे टैलेंट हंट के इस कार्यक्रम में शामिल हुए सुमित कुमार खरे अभिषेक कुमार कश्यप एवं समीर डिग्रस कर ने एक भेंटवार्ता के दौरान बताया कि टैलेंट हंट कार्यक्रम को कराने का श्रेय हमारे विद्यालय के व्याख्याता अनुराग तिवारी जी को जाता है जिनके अथक प्रयासों से इस कार्यक्रम को अमलीजामा पहनाया जा सका और जिसमें हमने अपनी प्रतिभा का आकलन ही नहीं किया अपितु हमें खुशी महसूस हो रही है कि राज्य स्तर पर हम अपनी प्रतिभा को सामने रख पाने में सफल हुए हैं. कक्षा बारहवीं के छात्र समीर कुमार डिग्रस्कर जी का कहना था कि इस परीक्षा के लिए हमने कोई विशेष तैयारी नहीं की थी हमारे विज्ञान विषय के शिक्षक महावीर विजर्सन एवं मकरम कमलाकर जी के द्वारा जो ज्ञान हमें प्रदान किया गया था उसी ज्ञान के आधार पर हमने प्रश्न उत्तरों को हल किया. सुमित कुमार खरे ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि अरविंद तिवारी जी ने विद्यालय में आकर प्रेरणा प्रद बातें हम सब को बताइ उन्हीं की बातों का असर यह हुआ कि हमने भी अपने जीवन में कुछ करने की ठानी और आज टेंलेंट हंट कार्यक्रम में हम सभी अपनी सफलता से बहुत ज्यादा उत्साहित हैं. जिसका श्रेय हम विद्यालय के शिक्षकों और अपने माता पिता को देना चाहेंगे इस प्रकार से इस कार्यक्रम में प्रतिभाओं को सामने रखने का सीवी रमन यूनिवर्सिटी का जो प्रयास है उसकी जितनी भी सराहना की जाए वह कम है साथ ही विद्यालय में अनुराग तिवारी जी जैसे व्याख्याता होने आवश्यक है जो शहरों से प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई प्रकार के परीक्षाओं का आयोजन अपने स्तर पर विद्यालयों में करवाते रहे हैं जिसके चलते आज ग्रामीण प्रतिभाए शहर में जा पाने में सक्षम हुई है
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