विवेक रंजन अग्निहोत्री (Vivek Ranjan Agnihotri) एक साहसी निर्देशक हैं जो अपनी फिल्मों के जरिए अपना नजरिया दुनिया के सामने रखने में विश्वास करते हैं। उनकी बनाई हर फिल्म ने सच ही दर्शाया है। विवेक की ‘कश्मीर फाइल्स’ भी ऐसी ही एक फिल्म है। जबकि निर्देशक को उनकी इस फिल्म के लिए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली चुकी है,
फिल्म को हाल ही में फिल्मफेयर में 6 कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया, जिससे फिल्म की महीमा और बढ़ गई। हालांकि वहीं अब विवेक अग्नीहोत्री ऐसे अनएथिकल और एंटी-सिनेमा अवॉर्ड का समर्थन नहीं करते हैं, जो बड़े नामों में विश्वास रखते हैं और इस इवेंट में शामिल होने वालों को ही पुरस्कार देते हैं।
इसे अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए विवेक रंजन अग्नीहोत्री ने अपनी असहमति जाहिर की और इस वजह का उल्लेख भी किया कि क्यों उन्होंने इन अनएथिकल और एंटी-सिनेमा अवॉर्ड्स का हिस्सा बनने से इनकार किया हैं। उन्होंने लिखा,
“घोषणा: फिल्मफेयर अवार्ड्स मुझे मीडिया से पता चला है कि #TheKashmirFiles को 68वें फिल्मफेयर अवार्ड्स के लिए 7 कैटेगरी में नॉमिनेशन्स मिले है। लेकिन मैं विनम्रतापूर्वक इन अनैतिक और सिनेमा विरोधी पुरस्कारों का हिस्सा बनने से इनकार करता हूं। इसकी वजह है: फिल्मफेयर के मुताबिक स्टार्स के अलावा किसी और के पास कोई फेस नहीं है। कोई मायने नहीं रखता।
इसलिए, फिल्मफेयर की चाटुकार और अनैतिक दुनिया में, संजय भंसाली या सूरज बड़जात्या जैसे मास्टर निर्देशकों का कोई चेहरा नहीं है। संजय भंसाली आलिया भट्ट की तरह दिखते हैं, सूरज-मिस्टर बच्चन और अनीस बज्मी- कार्तिक आर्यन की तरह। ऐसा नहीं है कि एक फिल्म मेकर की गरिमा फिल्मफेयर पुरस्कारों से आती है लेकिन यह ह्यूमिलेटिंग सिस्टम खत्म होनी चाहिए। इसलिए, बॉलीवुड के एक भ्रष्ट, अनैतिक और चापलूस प्रतिष्ठान के खिलाफ मेरे विरोध और असहमति के रूप में, मैंने ऐसे पुरस्कारों को स्वीकार नहीं करने का फैसला किया है।
मैं किसी भी दमनकारी और भ्रष्ट प्रणाली या पुरस्कारों का हिस्सा बनने से इनकार करता हूं जो लेखकों, निर्देशकों और फिल्म के अन्य एचओडी और क्री मेंबर्स को स्टार्स के नीचे और/या गुलामों की तरह समझते है। जीतने वाले सभी लोगों को मेरी बधाई और जो नहीं जीत पाते उन्हें और भी बहुत कुछ। ब्राइटर साइड यह है कि मैं अकेला नहीं हूं। धीरे-धीरे लेकिन लगातार, एक समानांतर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री उभर रही है। तब तक… सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए। – दुष्यंत कुमार #HumDekhenge”
विवेक रंजन अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ को बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर इन अ लीडिंग रोल (मेल), दर्शन कुमार और मिथुन चक्रवर्ती को बेस्ट एक्टर इन अ सपोर्टिंग रोल (मेल) और बेस्ट स्क्रीनप्ले के लिए नॉमिनेट किया गया है।
इस बीच, काम के मोर्चे पर, विवेक रंजन अग्निहोत्री द वैक्सीन वॉर की रिलीज़ के लिए तैयार हैं, जो 15 अगस्त, 2023 को 11 भाषाओं में रिलीज होने वाली है, जो इसे अब तक फिल्माई गई सबसे आशाजनक फिल्मों में से एक बनाता है।
[metaslider id="347522"]