Vedant Samachar

ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण क्या हैं? कैसे करें पहचान

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ब्रेन ट्यूमर एक जानलेवा रोग है. कई मामलों में इसका उपचार संभव नहीं हो पाता है. हालांकि शुरुआती स्तर पर ही इसकी पहचान हो जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है और काफी हद तक इलाज भी संभव है. ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत में लक्षण बहुत स्पष्ट नहीं होते हैं. हालांकि जो भी लक्षण उभरते हैं उन्हें पहचान कर तुरंत जांच करवानी चाहिए. जिसके बाद डॉक्टर दवाओं और कुछ अन्य थेरेपी के जरिए इसे बढ़ने से रोक सकते हैं. जरूरत पड़ने पर ब्रेन ट्यूमर के लिए सर्जरी भी की जा सकती है.

ब्रेन ट्यूमर का पता लगभग लास्ट स्टेज में ही लग पाता है. ब्रेन ट्यूमर होने पर कुछ लक्षण उभरते हैं, लेकिन उनसे इस गंभीर बीमारी का अंदाजा नहीं लग पाता है. इलाज करवाने पर वह लक्षण भी दब जाते हैं. कुछ समय बाद वह औऱ ज्यादा गंभीर होकर उभरते हैं. ब्रेन ट्यूमर के फैलने के साथ ही लक्षण भी गंभीर होते जाते हैं और बार-बार उभरते रहते हैं. कई बार ब्रेन ट्यूमर सिर में ऐसे स्थान पर होता है जहां सर्जरी करना संभव नहीं होता है. इसके अलावा इसके बहुत ज्यादा बढ़ने पर भी इसका निदान नहीं हो पाता है. इसलिए ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों को पहचान कर तुरंत जांच करवानी चाहिए.

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
ब्रेन ट्यूमर होने पर प्रारंभिक तौर पर सिर में दर्द होना शुरु होता है. इसके साथ ही ध्यान केंद्रित रखने में भी परेशानी होने लगती है. सिर दर्द माइग्रेन, साइनस दर्द, आंखों में दर्द या तनाव जैसा महसूस हो सकता है. सुबह के समय यह सिर दर्द ज्यादा होता है. खांसने और जोर लगाने से यह बढ़ जाता है. इसके अलावा उल्टी, धुंधली या दोहरी दृष्टि, बोलने और सुनने में परेशानी होना, याददाश्त कमजोर होना, भ्रम होना. निगलने में परेशानी होना, शरीर का संतुलन बिगड़ना. इसके अलावा आपको दौरे भी पड़ सकते हैं. असामान्य गंध या स्वाद का महसूस होना. चिड़चिड़ापन और ज्यादा गुस्सा आना भी इसके लक्षण हो सकते हैं. पेट में गड़बड़ी महसूस होना. मांसपेशियों में ऐंठन और अकड़न महसूस होना और सुन्नपन, जलन और झुनझुनी महसूस होना.

क्या करें
यदि आपको इनमें से किसी भी तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत जांच करवानी चाहिए. डॉक्टर से संपर्क करके स्थिति को स्पष्ट करें. डॉक्टर आपसे सिर की एमआरआई या सीटी स्कैन जांच भी करवा सकते हैं. शुरुआती स्टेज में ब्रेन ट्यूमर का इलाज काफी हद तक संभव है. डॉक्टर दवाओं के जरिए इसे बढ़ने से रोक सकते हैं. कुछ थेरेपी भी इलाज के लिए प्रयोग कर सकते हैं. ब्रेन ट्यूमर के इलाज में जितनी देर होती है उतना ही इलाज की संभावना कम होती जाती है. इसलिए शुरआती लक्षण उभरने पर ही इसकी जांच करवानी चाहिए.

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