छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रहने वाले संतोष गुप्ता एक शिक्षक हैं. संतोष समय-समय पर साइकिल से जागरूकता यात्रा निकालते रहते हैं. इस बार भी संतोष मुंगेली जिले से अपनी साइकिल यात्रा पर निकल चुके हैं. संतोष इस बार प्रदूषण और नशा मुक्ति के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
नशामुक्ति, फिट शरीर और फिजूलखर्ची रोकने का संदेश लेकर मुंगेली के युवा शिक्षक संतोष गुप्ता प्रदेश के सभी 33 जिलों की सायकल यात्रा में निकले हैं। 10 दिन पूर्व उन्होंने मुंगेली से यात्रा प्रारंभ की और बुधवार को लगभग 1800 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर गरियाबंद पहुंचे।
छत्तीसगढ़ के 33 जिलो में करेंगे साइकिल यात्रा:
संतोष मुंगेली जिले से निकल कर पूरे छत्तीसगढ़ में भ्रमण करने वाले हैं. गरियाबंद उनके इस भ्रमण का 18 वां जिला है. संतोष ने साइकिल चला कर नशा मुक्ति, ग्रीन एनर्जी के फायदे, ईंधन से बढ़ते प्रदूषण, दुर्घटना नियंत्रण, बच्चों को मोबाइल से दूरी बनाए रखने जैसे संदेशों का प्रचार प्रसार किया. इस बार संतोष की साइकिल यात्रा राज्य के मुंगेली जिले से होकर जगदलपुर धमतरी ज़िले से आज बुधवार को गरियाबंद पहुंची.
अंतर्राष्ट्रीय साइकलिस्ट हैं संतोष:
इससे पहले संतोष सायकल से नेपाल की यात्रा कर चुके है वही उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की सायकल प्रतियोगिता नासिक में भी भाग ले चुके है .
साइकिल की सवारी जरूरी:
संतोष गुप्ता ने ग्रैंड न्यूज़ को बताया कि वो तीन चीजों पर खास फोकस कर रहे हैं, जिसमें पर्यावरण, नशा मुक्ति और दुर्घटना शामिल है. साथ ही महंगाई कम करने को भी ये साइकिल यात्रा कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. संतोष कहते हैं कि हर दिन साइकिल चलाना जरूरी है.सायकल को उन्होंने ने अपने दिनचर्याक में भी शामिल कर लिया है वे प्रतिदिन 150 से 200 किलोमीटर सायकल की यात्रा करते है, मुंगेली में ही खत्म होगी यात्रा:संतोष गुप्ता बतौर साइकिल राइडर पिछले दो साल से राज्य के अलग अलग हिस्सों पर साइकिल से जा चुके हैं. इस बार संतोष गुप्ता छत्तीसगढ़ के 33 जिलों का भ्रमण कर लोंगो को अच्छे संदेश दे रहे हैं. संतोष गुप्ता की ये साइकिल यात्रा पूरे राज्य से होकर फिर मुंगेली जिले में ही खत्म होगी
शिक्षक संतोष की ये यात्रा समाज के लिये प्रेरणादायक – हरमेश चावड़ा
प्रदेश महामंत्री खेल प्रकोष्ठ हरमेश चावड़ा ने कहा शिक्षक संतोष की यह यात्रा समाज के लिए एक प्रेरणादायक साबित होगी उनकी इस यात्रा से समाज को काफ़ी सीखने को मिल रहा है हम सभी को सायकल को अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए सायकल स्वास्थ के साथ साथ प्रयावर्ण के लिए लाभदायक है , पर्यावरण बचाने के लिए दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करना चाहिए। पर्यावरण को स्वच्छ रखना जरूरी है। बच्चों व युवाओं को मोबाइल का कम से कम और सायकल का उपयोग अधिक करना चाहिए।
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