कोरबा,01 मई (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज खैरागढ़ के ग्राम अवेली में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर आयोजित बोरे-बासी तिहार एवं भूमिपूजन कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक यशोदा वर्मा, डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता स्वामी बघेल और डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू सहित वरिष्ठ नेतागण उपस्थित थे। कार्यक्रम में शामिल होकर भूपेश बघेल ने श्रमिकों के प्रति सम्मान और समर्थन व्यक्त किया। इस अवसर पर उन्होंने श्रमिकों के कल्याण और उनके अधिकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
बोरे-बासी का स्वाद
कार्यक्रम के दौरान भूमिपूजन और बोरे-बासी तिहार का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। भूपेश बघेल ने भी बोरे-बासी का स्वाद लिया और इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि बोरे-बासी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर है और इसे सहेजने की आवश्यकता है। भूपेश बघेल ने कहा, “बोरे-बासी हमारे पारंपरिक भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि पौष्टिक भी है। हमें अपनी इस सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।”
कार्यक्रम में उमड़ी भीड़
ग्राम अवेली में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। लोगों ने भूपेश बघेल का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके साथ फोटो खिंचवाए। इस अवसर पर भूपेश बघेल ने कहा कि श्रमिकों के बिना किसी भी समाज की प्रगति संभव नहीं है। उन्होंने श्रमिकों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी और कहा कि श्रमिकों के हितों की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है।