खेती-किसानी में नवाचार और तकनीकी के उपयोग पर भी बात होगी
धमतरी,01मई 2025(वेदांत समाचार) । जिले के किसानों को अधिक से अधिक फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से अब कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की पहल पर प्रगतिशील किसानों के खेतों में किसान चौपाल लगाईं जाएंगी। इन चौपालों में आसपास के ग्राम पंचायतों के स्थानीय किसानों को बुलाकर उन्हें खेती के आधुनिक तरीकों, कम लागत में ज्यादा आमदनी लेने के गुर सिखाए जाएंगे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने सभी चारों विकासखण्डों में प्रगतिशील किसानों की पहचान कर इसके लिए व्यापक योजना बनाने के निर्देश जिले के कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।
कृषि विभाग के उप संचालक मोनेश साहू ने बताया कि धमतरी जिले में कई किसान खेती-किसानी में नवाचार और तकनीकों का उपयोग कर अच्छा लाभ कमा रहे हैं। ऐसे प्रगतिशील किसानों के खेती करने के तरीके, उनके द्वारा अपनाई जा रही तकनीक से अन्य किसानों को भी परिचित कराने के लिए किसान चौपालों का आयोजन होगा। ऐसी चौपालें प्रगतिशील किसानों के खेतों में ही लगेंगी। इन चौपालों में प्रगतिशील किसान के साथ-साथ कृषि विशेषज्ञों और अधिकारी भी उन्नत खेती के तरीकों की जानकारी किसानों को देंगे। इन चौपालों में कृषि विभाग के साथ-साथ उसके सहयोगी उद्यानिकी, पशुपालन, मछलीपालन, सहकारिता विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक धमतरी जिले की मिट्टी और मौसम के अनुसार अधिक उत्पादन देने वाले फसलों और उनकी कास्तकारी की जानकारी भी इन चौपालों में देंगे। इन चौपालों में लीड बैंक के अधिकारी, सहकारी केन्द्रीय बैक के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। आदिवासी बाहुल्य इलाकों में आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी भी चौपाल में उपस्थित रहकर अपने विभाग की योजनाओं की जानकारियां देंगे। चौपालों में किसानों की मांग, उनकी समस्याओं के निराकरण के साथ-साथ क्षेत्र अनुसार कृषि विकास के लिए उनके सुझावों पर भी चर्चा की जाएगी।
उप संचालक ने बताया कि चौपाल स्थल पर ही सभी विभाग अपनी-अपनी योजनाओं को ध्यान में रखते हुए हितग्राहियों का चयन करेंगे। किसानों के क्रेडिट कार्ड आदि बनवाए जाएंगे। पात्र किसानों को खेती और अन्य जुड़े व्यवसायों के लिए ऋण आदि स्वीकृत कराने के आवेदन और दस्तावेज भी इन चौपालों में लिए जाएंगे। इन चौपालों में धान के अलावा अन्य दलहनी-तिलहनी फसलों की खेती के लिए किसानों का चिन्हांकन भी किया जाएगा। कलेक्टर श्री मिश्रा ने चौपालों में उपस्थित होने वाले सभी किसानों के नाम, मोबाईल नंबर आदि का पूरा डाटा भी संधारित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, ताकि जरूरत के हिसाब से उनका उपयोग किया जा सके।