कोरबा, 25 अप्रैल 2025। जिले मात्र 55 किलोमीटर दूरी एक मात्र ग्राम पंचायत एकमानगर नगर के अधीन आने वाले थार पखना गांव की जिंदगी आजादी के इतने सालों बाद भी मुश्किलों से भरी हुई है। गांव में बिजली, पानी, सड़क और राशन की दुकान जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। ग्रामीणों को राशन लेने के लिए नदी पार करनी पड़ती है, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ती है। कई बार नदी पार करते समय हादसे हो चुके हैं और कुछ लोगों की जान भी जा चुकी है।
ग्रामीणों का कहना है कि पुरुष सरपंच के नेतृत्व में वर्षों से कुछ नहीं हुआ, इसलिए इस बार उन्होंने बदलाव की उम्मीद में एक महिला सरपंच का चुनाव किया है। सरपंच शांति बाई ने कहा कि हर महीने ग्रामीणों को राशन लेने के लिए नदी पार करनी पड़ती है, जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पानी की व्यवस्था नहीं होने से महिलाओं को दूर जाना पड़ता है। संतोषी नामक एक स्थानीय निवासी ने कहा कि वह अपने परिवार के लिए पानी लेने के लिए हर दिन लगभग एक किलोमीटर चलती है। यदि गांव में हैंडपंप या कुएं के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाए, तो यह उनके जैसे कई महिलाओं के लिए बड़ी राहत होगी।
ग्रामीण की बात सुने
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सड़क नहीं होने से आने-जाने में परेशानी होती है, खासकर गर्मियों में। बुजुर्ग रतन साईं ने कहा कि गांव के बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। गांव में चलने वाले स्कूल में पानी और शौचालय की सुविधा नहीं है। बिजली भी नहीं है।
जनपद पंचायत सीईओ जय प्रकाश दीक्षित ने कहा कि उन्हें गांव की परेशानियों की जानकारी नहीं थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मामले की जांच करें और आवश्यक कार्रवाई करें। अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन की ओर से गांव के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

ग्रामीणों की मांग है कि गांव में बिजली, पानी, सड़क और राशन की दुकान जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं। वे चाहते हैं कि सरकार उनकी समस्याओं को सुने और उनका समाधान करे।
गांव वाले की समस्या को सेंट्रल इंडिया के इंग्लिश प्रमुख अखबार the Hitavada ने प्रमुखता से उठाया है, अब देखना हो कि अधिकारी अपनी गहरी नींद से उठकर इस गांव की ओर जाते हैं कि नहीं ?
