नर्मदापुरम। प्रदेश में इस समय ठंड का ऐसा प्रकोप देखने को मिल रहा है कि मानो इंसान ही नहीं भगवान को भी ठंड का एकसास होने लगा है। मध्यभारत ही नहीं बल्कि उत्तर पूर्वी इलाकों सहित कई प्रदेशों में शीतलहर ने अपना कहर बरपा रखा है। कई जगहों पर तो तापमान लगभग 4 से 5 डिग्री तक है। रात 9 बजे ही कोहरा अपना रूद्र रूप दिखाने लगता है। वहीं प्रदेश मे ठण्ड बढ़ने के साथ अब नर्मदापुरम मे भी शीत लहर का कहर बढ़ गया है यहां भी तापमान मे गिरावत हुईं है ठिठुरा देने वाली ठण्ड से भगवान भी अछूते नहीं हैं।
उज्जैन के महाकाल की तरह प्रसिद्ध नर्मदापुरम के काले महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ को सर्द रातो में ठण्ड से बचाने के लिए कम्बल और शाल उढाये जा रहे है। शयन आरती के लिए भगवान को गर्म पानी से स्नान कराकर गर्म खाद्य पदार्थो का भोग लगाया जा रहा है।
माँ नर्मदा के सेठानी घाट स्थित काले महादेव मंदिर में रात के दूसरे पहर में शयन आरती की जाती है। इसके लिए पहले गर्म पानी से शिवलिंग को नहलाया जाता है। इसके बाद सरसो के तेल से मालिस कर सुर्दर्शन स्वरूप को शिवलिंग पर उकेरा गया । यहां भी महाकाल की तर्ज पर सातो दिन भोलेनाथ का अलग अलग प्रकार से श्रंगार होता है ठण्ड बढ़ने के बाद मंदिर समिति ने भगवान् को ठण्ड ना लगे इसलिए शिवलिंग कम्बल शाल में लपेटकर उन्हें सुलाया जाता है।अभी ठण्ड बढ़ने के बाद से बाबा भोलेनाथ क़ो गर्म वस्तुओ का भोग भी लगाया जाता है।
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